व्यूरो रिपोर्ट
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (केटीआर) में अवैध कटान और निर्माण सहित तमाम अनियमितताओं के मामले में धामी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आईएफएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है जबकि, एक आईएफएस अधिकारी को देहरादून मुख्यालय अटैच किया गया है। कार्रवाई के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
उत्तराखंड वन विभाग में जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के भीतर अवैध निर्माण समेत तमाम अनियमितताओं की शिकायत की जांच शासन स्तर पर चल रही थी। पिछले दिनों वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भ्रष्ट अधिकारियों को आगाह करते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
बुधवार को इस मामले में सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया। प्रमुख सचिव वन आर के सुधांशु की ओर से तीनों आईएफएस अधिकारियों पर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं।
इसके तहत कैंपा की जिम्मेदारी संभाल रहे एपीसीसीएफ जेएस सुहाग और पिछले दिनों आय से अधिक संपत्ति मामले में चर्चाओं में रहने वाले किशन चंद को निलंबित कर दिया गया है। सुहाग के पास कैंपा के सीईओ की जिम्मेदारी है। वहीं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल को देहरादून वन मुख्यालय में अटैच किया गया है।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि विभाग में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।