हिमखबर डेस्क
शिक्षकों के विवाद में अब हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन भी कूद पड़ा है। विवि प्रशासन ने इस मामले को लेकर एक कमेटी गठित कर जांच शुरू कर दी है। तो दूसरी तरफ पुलिस में मारपीट का आरोप लगाने वाले शिक्षक की विवि के ही टीचर एसोसिएशन ने भी घेराबंदी शुरू कर दी है।
धर्मशाला पुलिस भी मामले की जांच में जुटी है और जल्द जांच पूरी करने का दावा किया है। इस मामले को लेकर शनिवार को धर्मशाला स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में काफी गहमागहमी रही।
शनिवार को केंद्रीय विवि की टीचर एसोसिएशन ने पत्रकार वार्ता का आयोजन कर पीड़ित शिक्षक पर गंभीर आरोप लगाए। केंद्रीय विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश ठाकुर, संयुक्त सचिव डॉ. हरीश गौतम और अन्य पदाधिकारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने वाले सहायक प्रोफेसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय को बदनाम करने का प्रयास करने के आरोप लगाए हैं। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि वह सीयू प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर संबंधित सहायक प्रोफेसर खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग करेंगे।
कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा के बोल
उधर, केंद्रीय विवि के कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र की थिसिस चोरी की शिकायत की जांच करने के लिए गठित जांच समिति की बैठक का अधिष्ठाता अकादमिक कार्यालय में आयोजन किया गया। इसमें संबंधित संकाय सदस्य को भी आमंत्रित किया गया था।
बैठक में इस कमेटी के अध्यक्ष अधिष्ठाता (अकादमिक) रहे और अन्य सदस्यों में शोध निदेशक, स्पर्श कमेटी की अध्यक्ष, अधिष्ठाता छात्र कल्याण मौजूद रहे। कमेटी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में लिखा गया है कि बैठक के दौरान जांच में शामिल संकाय सदस्य द्वारा अध्यक्ष जांच समिति तथा स्पर्श कमेटी की अध्यक्ष से दुर्व्यवहार किया गया तथा पुलिस और कोर्ट में जाने की बात कही गई।
बैठक के दौरान संकाय सदस्य ने अपने बाजुओं पर अपने नाखूनों से खरोंचे लगाने का प्रयास किया और ये कहने लगा कि यह खरोंचे अधिष्ठाता (अकादमिक) द्वारा लगाई गई हैं। जांच समिति की कार्रवाई के दौरान संकाय सदस्य द्वारा अपने पिता को फोन के माध्यम अनधिकृत रूप से बैठक में बुलाया तथा बैठक में हंगामा किया।
इन सब कारणों के समिति की आगामी कार्रवाई रोक दी गई। उन्होंने कहा कि बैठक को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया गया। अब उक्त मामले को लेकर विवि की ओर से कमेटी गठित कर दी गई है और जांच की जा रही है।
पीड़ित शिक्षक के बोल
पीड़ित शिक्षक ने कहा कि पुलिस में दर्ज मामले को वापस लेने का दबाव बनाकर टीचर एसोसिएशन के पदाधिकारी और विवि प्रशासन उन पर निराधार आरोप लगा रहा है। धर्मशाला विवि परिसर में उन पर जानलेवा हमला किया गया अब भी उन्हें जान का खतरा है। पुलिस प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच कर न्याय प्रदान करे। झूठे आरोप लगाने पर वह न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाएंगे। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में जीत सत्य की होगी।
एएसपी कांगड़ा बीर बहादुर के बोल
उधर, एएसपी कांगड़ा बीर बहादुर ने कहा कि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।