छह से सवा सात बजे तक रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त, ज्वाली के ज्योतिषी विपिन शर्मा ने दी जानकारी
ज्वाली – अनिल छांगु
पति की लंबी आयु के लिए विवाहित स्त्रियों द्वारा रखा जाने वाला करवाचौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निराहार रहकर व्रत रखती हैं। अब कुंवारी कन्याएं भी अच्छे वर की कामना के लिए करवाचौथ व्रत रखती हैं जो कि तारों की छांव में रात को व्रत खोल लेती हैं।
ज्योतिषी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुके ज्वाली के ज्योतिषी पंडित विपिन शर्मा ने बताया कि इस साल यह व्रत 13 अक्तूबर को रखा जाएगा। इस बार करवाचौथ के दिन सिद्धि योग, कतिका और रोहिणी नक्षत्र का संयोग बन रहा है तथा इन तीनों योग में पूजा करने से महिलाओं को सौभाग्यवती होने का वरदान मिलता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
13 को शाम 6 बजकर 01 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 15 मिनट तक।
अमृतकाल मुहूर्त-शाम 4 बजकर 08 मिनट से शाम 5 बजकर 50 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त-सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक।
कहां-कितने बजे होगा चंद्रोदय
शिमला में रात्रि 8 बजकर 03 मिनट पर, धर्मशाला में 8 बजकर 21 मिनट पर, कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, बनीखेत, नाहन, नूरपुर, ज्वाली में 8 बजकर 06 मिनट पर, ऊना-नादौन में 8 बजकर 07 मिनट पर, चंबा, पालमपुर, बैजनाथ, शिमला, सरकाघाट, सुंदरनगर में 8 बजकर 05 मिनट पर,पठानकोट, तलवाड़ा व रोपड़ में 8 बजकर 08 मिनट पर, होशियारपुर में 8 बजकर 09 मिनट पर।