नूरपुर, देवांश राजपूत
पंचायती राज चुनाव में प्रदेश सरकार ने नई पंचायतों का गठन तो कर दिया लेकिन अधिकतम नई पंचायतें अभी तक किसी भी सरकारी ऑनलाइन पोर्टल से जुड़ नहीं पाई हैं। ऑनलाइन पोर्टल से नही जुड़ने की वजह से इन नवगठित पंचायतों में विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। यही हालत जिला कांगड़ा की नूरपुर विकास खंड का भी है। नूरपुर विकास खंड के तहत गठित की गई 8 नई पंचायतों को अभी तक लॉगिन आईडी उपलब्ध नही करवाये गए हैं।
इस कारण मनरेगा, पंचायती राज, ग्राम स्वराज से जुड़े कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। वहीं अधिकतम पंचायतों में विकास कार्यों के लिये टेंडर भी आमंत्रित किये जा रहे हैं लेकिन नवगठित पंचायतों में ऐसी कोई भी गतिविधि नही हो रही। उल्लेखनीय है कि प्रदेश कि सभी पंचायतें ऑनलाइन वेब पोर्टल से जुड़ी है और इन सभी पंचायतों को लॉगइन आईडी उपलब्ध करवाए गए हैं। इन ऑनलाइन पोर्टल के जरिए ही पंचायतों में विकास कार्य व अन्य कार्यों को लेकर जानकारी दी जाती है। मौजूदा समय में इन ऑनलाइन पोर्टल पर केवल पुरानी पंचायतों की ही जानकारी मौजूद है जबकि नए पंचायतों का कोई भी ब्यौरा इसमें शामिल नहीं है।
खंड विकास अधिकारी नूरपुर डॉ रोहित शर्मा ने बताया कि प्रदेश में काफी लंबे समय के बाद नई पंचायतों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जितने भी ऑनलाइन सिस्टम चल रहे हैं चाहे वह मनरेगा पंचायती राज या फिर ग्राम स्वराज का पोर्टल हो, इनमें वर्तमान में पुरानी पंचायतों की सूची ही उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जो भी डाटा इंट्री वर्तमान में हो रही है वह पिछली पंचायतों के लॉगिन से की जा रही है। उन्होंने कहा कि जैसे ही नए वित्त वर्ष में सरकार नोटिफिकेशन जारी करेगी वैसे ही नई पंचायतों को लॉगिन आईडी उपलब्ध करवा दी जाएगी।