कोटला, स्व्यम
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ खण्ड कोटला के समस्त पदाधिकारियों ने बैठक कर जल सिंचाई मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार महेंद्र सिंह के उस बयान पर पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है, जिसमे उन्होंने कहा है कि कोरोना काल में अध्यापकों ने मौजें की हैं और अब फ्रंटलाइन वॉरियर बनकर इंजेक्शन लगवा रहे हैं। संघ ने हैरानी जाहिर की कि ऐसे लोग मंत्रिमंडल में हैं जिनको अध्यापक वर्ग का सम्मान ही नही करने आता ।
संघ के खण्ड अध्यक्ष कुलदीप पठानियां महासचिव अशोक कुमार , वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवतार राणा, कोषाध्यक्ष सलिन्द्र सिंह ,जिला उपप्रधान केवल सिंह , दविन्द्र गुलेरिया , राजीव पठानियां , कुलदीप सिंह , जगदेव जसरोटिया , रमन कुमार , नीलकमल सिंह, संग्राम सिंह ,संजय कुमार ,अजय कुमार ,मुनीष कुमार ,कर्ण सिंह, सुरिन्द्र कुमार , विनय कुमार, जसवीर सिंह , मलकीयत सिंह ,अनिल कुमार , रजिन्द्र जरियाल , कुशल कुमार , राजीव कुमार निर्मल सिंह ,सुरजीत सिंह ,भीम सिंह एवं हेम राज आदि ने संयुक्त व्यान से कहा है कि ऐसे वरिष्ठ नेता को कुछ भी बोलने से पहले सौ बार सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आप मंत्री हैं तो आपको यह अधिकार नही मिल जाता कि आप मंच पर चढ़कर जो जी चाहे बोलते रहो। उन्होंने कहा कि अगर अध्यापकों की मौजें मंत्री महोदय देखना चाहते थे तो एक्टिव केस फाइंडिंग, कंट्रोल रूम और प्रदेश के समस्त, प्रवेश द्वारों पर दिन रात सेवायें देना ,वैक्सीनेशन में ऑनलाइन एवं रजिस्ट्रेशन कार्य , टेस्टिंग में बिना किसी छुट्टी के ड्यूटी देते रहे और अभी भी दे रहे हैं और ऊपर से पाठशाला के समस्त कार्यों को सुचारू रूप से साथ में चलाये रखा, क्या मन्त्री महोदय को यह कार्य नजर नहीं आये!!! इसलिए इतना सब कुछ करने के बाद ऑनलाइन स्टडी करवाना, क्विज , ऑनलाइन संवाद , वेविनार इसके इलावा अब एक तरफ सरकार ने स्कूलों में छुट्टियों के बाबजूद सभी पाठशाला कार्यों को यथावत रखा है।
ऐसे कार्य क्या हमारे मन्त्री महोदय को नजर नहीं आये और हमारे शिक्षक संगठनों ने लाखों रुपए इकट्ठे करके मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजे। क्वारेंटाइन केंद्रों पर दिन रात ड्यूटियां दी और फिर मंत्री महोदय यह कहते हैं कि अध्यापकों की मौजें रही। मंत्री महोदय आज अगर मंत्री हैं तो उन्हें यह नहीं भूल जाना चाहिए कि उनको यहां तक किसी न किसी अध्यापक ने ही पहुंचाया है । लेकिन शायद उनको किसी ने अध्यापक का सम्मान करना नहीं सिखाया।
संघ ने मांग की है मंत्री महोदय जल्दी ही सार्वजनिक मंच से शिक्षक समाज के प्रति कहे हुए शब्दों को वापिस लें और शिक्षकों से माफी मांगे, नहीं तो समस्त शिक्षक संगठन उनका घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगा और जब तक मन्त्री महोदय अपने हास्यापद व्यान पर समस्त शिक्षक सामाज से माफी नहीं मांगते तब तक शिक्षा खण्ड कोटला के कोरोना कार्यों मे प्रतिनियुक्त,साथी काली पट्टियां बाधकर ही अपनी सेवाएं देंगे।