नूरपुर-देवांश राजपूत
नूरपुर ब्लड डोनर्स क्लब न केवल लोगों को आपातकाल में रक्त उपलब्ध करवाता है बल्कि जरूरत पड़ने पर गरीबों व असहाय लोगों की किसी भी प्रकार की सहायता करने से पीछे नहीं हटता। ज्ञात रहे कि क्लब को जैसे ही पता चला कि नूरपुर उपमंडल की चरुड़ी पंचायत के घटोट गांव की मीनाक्षी, जोकि 75 प्रतिशत तक दिव्यांग है, को व्हील चेयर की जरूरत है तो संस्था ने तुरंत उसे व्हील चेयर उपलब्ध करवाई।
क्लब के अध्यक्ष राजीव पठानिया ने बताया कि तीन दिन पहले उन्हें चरुड़ी पंचायत के पूर्व प्रधान शाम सिंह जी का फोन आया जिसमें उन्होंने मुझे बताया कि चरुड़ी पंचायत के घटोट गांव में एक 20 साल की बेटी है तथा वो 75% तक दिव्यांग है और उसे एक व्हील चेयर उपलब्ध हो जाये तो उसको काफी राहत मिलेगी। उन्होंने शाम जी से दिव्यांग बेटी के घर वालों का कांटेक्ट नंबर लेकर बात की।
चरुड़ी पंचायत में संस्था के सदस्य विराट धीमान से भी पूरी जानकारी हासिल कर तथा संस्था में बिचार विमर्श के बाद बेटी के घर पर सूचित किया कि एक दो दिन में बेटी को व्हील चेयर का प्रबंध कर दिया जाएगा। नूरपुर ब्लड डोनर्स क्लब के सदस्यों ने आज दिनाँक 14 अगस्त, 2021 को मीनाक्षी के घर जाकर व्हील चेयर भेंट की। इस पुनीत कार्य को पूरा करने के लिये आर्थिक सहयोग मैडम शशि ठाकुर जी, जोकि आज से लगभग 15 वर्ष पहले मोनाल स्कूल बोढ़ (नूरपुर) में बतौर अध्यापक कार्यरत थीं, ने किया।
नूरपुर ब्लड डोनर्स क्लब इस सहयोग के लिये उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता है। मैडम शशि ठाकुर जो वर्तमान में भवारना (पालमपुर) के एक प्रतिष्ठित स्कूल में कार्यरत हैं तथा समय समय हमारा मार्गदर्शन पर हमारी संस्था के कार्यों की प्रशंसा करती रहती हैं, जिससे हमें इस पुनीत कार्यों को करने की प्रेरणा मिलती है। नूरपुर ब्लड डोनर्स क्लब एक ऐसे समाज के निर्माण के लिये प्रयासरत है जिसमें समर्थ लोग जरूरतमंद रोगियों की मदद करने व उनका दर्द बाँटने के लिये आगे आएं।
अगर आपकी छोटी सी मदद से कोई दिव्यांग अपना खुद का काम करने में समर्थ हो जाये या उसे आराम मिले तो उसके लिये इससे अधिक खुशी की बात और क्या हो सकती है। नूरपुर ब्लड डोनर्स क्लब ने अभी चार दिन पहले नूरपुर के एक पेशेंट, जोकि दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में दाखिल है, को एक ही दिन में 22 यूनिट उपलब्ध करवाए थे।
इससे पहले भी संस्था कई लोगों को व्हील चेयर, ट्राई साइकल, बैसाखियाँ आदि उपलब्ध करवा चुकी है। युवाओं के साथ साथ, नूरपुर के बड़ी संख्या में बुजुर्ग भी इस संस्था से भावनात्मक रूप से जुड़े हैं तथा संस्था के कार्यों की प्रशंसा करते हैं।