छात्र संघ एनएसयूआइ की अम्ब इकाई के कार्यकर्ता आशीष शर्मा को हटाने पर बिफर पड़े हैं। कार्यकर्ताओं ने इसे एक तानाशाही निर्णय करार देते हुए एनएसयूआई के प्रदेश प्रभारी गौरव तुषीर का अम्ब कालेज के सामने पुतला जलाकर उनके खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की।
ऊना- अमित शर्मा
छात्र संघ एनएसयूआइ की अम्ब इकाई के कार्यकर्ता आशीष शर्मा को जिला अध्यक्ष पद से हटाकर किसी ओर को इस पद पर नियुक्त करने पर बिफर पड़े हैं। सोमवार को कार्यकर्ताओं ने इसे एक तानाशाही निर्णय करार देते हुए एनएसयूआई के प्रदेश प्रभारी गौरव तुषीर का अम्ब कालेज के सामने पुतला जलाकर उनके खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की। उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से इस निर्णय को निरस्त करने की मांग उठाई।
एनएसयूआइ के कैंपस अध्यक्ष सौरव ने कहा आशीष शर्मा एनएसयूआइ के जिला अध्यक्ष पद पर रहते हुए पिछले एक वर्ष से छात्र हित की आवाज बुलंद कर रहे हैं और छात्रों को न्याय दिलवाने के लिए वह शासन और प्रशासन से टकराने से भी पीछे नहीं हटे हैं। वहीं संगठन के प्रति भी उनकी ईमानदारी व मेहनत किसी से छिपी नहीं है।
आशीष शर्मा ऐसे युवा नेता है, जिन्हें छात्र नेता रहते हुए पंचायती राज विभाग में भी सबसे युवा उपप्रधान होने का गौरव हासिल है। लेकिन प्रदेश प्रभारी ने जिस तरह से एनएसयूआइ के प्रदेश नेतृत्व और कैंपस इकाइयों को दरकिनार किया और एक तानाशाही निर्णय लेते हुए आशीष शर्मा को जिला अध्यक्ष से हटाकर अपने चहेते को इस पद पर नियुक्त किया है।
यह सरासर गलत और बर्दाश्त करने वाला निर्णय नहीं है। उन्होंने कहा अम्ब, दौलतपुर चिंतपूर्णी व चौकीमन्यार सहित एनएसयूआइ की जिला की अन्य कैंपस इकाइयों के कार्यकर्ता प्रदेश प्रभारी के इस निर्णय से खफा है। उन्होंने कहा प्रदेश अध्यक्ष से मांग उठाई कि अगर प्रभारी के इस निर्णय को वापस नहीं लिया गया तो सभी कार्यकर्ता आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और तेज करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो चक्का जाम करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
जिला अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर आशीष शर्मा का भी छलका दर्द
उधर, इस निर्णय को लेकर जिला अध्यक्ष आशीष शर्मा का भी दर्द झलका है। उन्होंने कहा संगठन में किसी को भी पद पर नियुक्त करने व हटाने का एक प्रोटोकाल होता है। जिसे सभी को पूरा करना पड़ता है। लेकिन उनको हटाने से पहले प्रदेश प्रभारी गौरव तुषीर ने एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश इकाई या जिला और कैंपस इकाईयों और उन्हें सूचित किए बैगर केवल जिला के एक कैंपस में जाकर उन्हें जिला अध्यक्ष पद से हटाकर किसी और अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। उन्होंने जिला अध्यक्ष रहते हुए पिछले एक वर्ष से अकेले ही संगठन को मजबूत करने और छात्र हित में आवाज उठाई है। इसके बाद भी यदि उनके साथ यह सलूक किया जा रहा है तो यह उनके भी समझ से परे है।