उपचुनाव में नहीं, सिर्फ लोकसभा चुनाव में ही चला मोदी मैजिक

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चुनावों के दौरान सभी भाजपा नेता प्रधानमंत्री के नाम पर ही मांगते रहे वोट; जोरदार प्रचार के बाद भी विधानसभा, उपचुनाव में सीटें हार गई बीजेपी, लोकसभा में चौका लगाने के बाद भी नहीं दिख रहा जश्र जैसा माहौल

कुल्लू – अजय सूर्या

हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर मानने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक भले ही देशभर में उतना खास न चला हो, लेकिन बात अगर हिमाचल प्रदेश की करें, तो यहां जरूर मोदी मैजिक देखने को मिला है। हालांकि यहां भी मोदी मैजिक सिर्फ लोकसभा चुनावों में चला, छह उपचुनावों में भाजपा के चार प्रत्याशियों का हार का मुंह देखना पड़ा।

वहीं, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने मोदी मैजिक न चलने की बात कही थी। हिमाचल के भाजपा नेताओं ने पूरे लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के नाम पर वोट मांगे। बात अगर यहां हॉट सीट मंडी की करें, तो यहां भाजपा नेताओं सहित भाजपा प्रत्याशी कंगना ने भी मोदी के नाम पर ही वोट की अपील की।

मोदी ने अपनी चुनावी रैली के दौरान हिमाचल की जनता से चारों सीटें जिताने का वादा भी लिया था। कुल्लू की बात करें, तो यहां जिला में तीन विधानसभा क्षेत्रों से भाजपा के प्रत्याशी को लीड मिली है। इससे साफ है कि हिमाचल प्रदेश में कहीं न कहीं, मोदी मैजिक चला है।

दूसरी तरफ प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में मोदी का जादू नहीं चल पाया और कांग्रेस छह में से चार सीटें जीत गई। इस तरह हिमाचल में कांग्रेस सरकार पर भी फिलहाल कोई खतरा नहीं रह गया है। मंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान में लोक निर्माण मंत्री भी हैं, लेकिन फिर भी कांग्रेस मंडी सीट को निकाल नहीं पाई।

हालांकि विक्रमादित्य ने पार्टी से न चुनाव लडऩे की बात कही थी और न ही टिकट मांगा था, लेकिन प्रदेश में सरकार होने के बाद भी वह हार गए। ऐसे में कांग्रेस संगठन को अब गहन चिंतन की जरूरत है। उधर, भाजपा मंडी सीट तो जीत गई है, लेकिन जीत वाली खुशी खास भाजपा नेताओं में देखने को नहीं मिल रही है।

कंगना की जीत के बाद केवल चुनाव परिणाम के दिन की कुल्लू शहर में विजयी रैली निकाली गई। पूर्व मंत्री एवं मंडी संसदीय क्षेत्र के प्रभारी गोविंद सिंह ने मनाली में अपने लोगों के साथ खुशी जाहिर की, लेकिन फिर भी भाजपा जश्न थोड़ा फीका ही रहा। शायद उसके पीछे एक बड़ा कारण भाजपा का बहुमत में न आना भी हो सकता है।

स्थानीय बोली से करते हैं संबोधन की शुरुआत

नरेंद्र मोदी ने जब भी हिमाचल के दौरे के दौरान मंडी व कुल्लू जिला में रैलियों को संबोधित किया, तो सबसे पहले हमेशा वहां की स्थानीय बोली से किया है। लाहुल में भी लाहुली बोली के साथ अपना संबोधन किया था। इसी के साथ अन्य जगहों पर भी अकसर वहां की बोली के साथ ही अपना संबोधन शुरू करते है।

चुनावों के दौरान हमेशा किया हिमाचल का दौरा

जब भी हिमाचल में चुनाव हुए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अकसर ही प्रदेश में चुनावी रैली की है। इसी के साथ वह तब भी हिमाचल आए हैं, जब प्रदेश में किसी बड़ी परियोजना का उद्घाटन किया गया। अटल टनल के उद्घाट्न के दौरान नरेंद्र मोदी न केवल सोलंगनाला में जनसभा को संबोधित किय, बल्कि लाहुल-स्पीति का भी दौरा कर यहां जनसभा को संबोधित किया।

बिजली महादेव रोप-वे की मोदी ने की थी घोषणा

नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में विधानसभा चुनाव के दौरान चुनावी रैली को संबोधित करते कहा था कि कुल्लू-मनाली से हिमाचल में मेरा खास लगाव रहा है। हिमाचल के प्रभारी रहते नरेंद्र मोदी हमेशा बिजली महादेव जरूर जाते थे। ऐसे में देशभर के सैलानी भी बिजली महादेव दर्शन के लिए पहुंच सकें, इसके लिए यहां रोप-वे होना चाहिए। अब यहां रोप-वे का कार्य जारी है।

हिमाचल आने पर लगता है, मैं अपने घर आया हूं

हिमाचल दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अकसर कहते है कि उन्हें लगता है कि वह अपने दूसरे घर आए हैं। यहां के लोगों का प्यार और आशीर्वाद उन्हें हमेशा मिला है। जिन लोगों के साथ जो समय बिताया है, उन लोगों के नाम भी अकसर मंच से मोदी ने लिए हैं। यह सब जनता को प्रभावित करता रहा है कि प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के बाद आज भी वह उन लोगों को याद करते है।

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