हिमखबर – डेस्क
भारत के 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद इतिहास रचने से चूक गए हैं। उन्होंने फिडे विश्व कप 2023 के फाइनल में गुरुवार को नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन से हारने के बाद रजत पदक से संतोष किया।
दो दिन में दो मुकाबले ड्रॉ होने के बाद शीर्ष वरीयता प्राप्त कार्लसन ने टाईब्रेक के पहले गेम में काले मोहरों से खेलते हुए प्रज्ञानानंद को मात दी, जबकि सफेद मोहरों से खेलते हुए उन्होंने भारतीय खिलाड़ी को ड्रॉ पर रोक लिया।
पांच बार विश्व चैंपियनशिप जीत चुके कार्लसन ने पहली बार विश्व कप जीता है। उन्हें इस जीत के लिए एक लाख दस हज़ार डॉलर के इनाम से नवाज़ा जाएगा, जबकि प्रज्ञानानंद को 80,000 डॉलर मिलेंगे।