आयुष्मान फ्रॉड मामले में बड़ी अपडेट, निजी अस्पतालों में इलाज करवाने वालों से पूछताछ
शिमला – नितिश पठानियां
ईडी फर्जी आयुष्मान कार्ड से करोड़ों के फ्रॉड मामले में ईडी ने निजी अस्पतालों में इलाज करवाने वाले लोगों की फिजिकल वेरिफिकेशन शुरू कर दी है। ईडी पता लगा रही है कि जिन रोगियों का कलेम निजी अस्पतालों ने लिया है, उनका इलाज हुआ भी है या फिर फर्जी बिल बनाए गए हैं।
ईडी की टीम प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाकर आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों में इलाज करवाने वाले लोगों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि अस्पतालों ने जो कलेम किया है, वे सही है या फर्जी। ईडी की इस कार्रवाई से आने वाले समय में निजी अस्पतालों की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं।
ईडी आयुष्मान घोटाले के ऑडिट में निजी अस्पतालों की बैलेंस सीटों सहित बैंक खातों का रिकॉर्ड भी खंगाल रही है। इसके अलावा ईडी ने निजी अस्पतालों द्वारा किए गए मरीजों के क्लेम की भी जांच शुरू कर दी है। शुरुआत में ईडी ने ऊना के एक निजी अस्पताल से आयुष्मान फ्रॉड मामले की जांच शुरू की थी।
उसके बाद आगे से आगे आयुष्मान फ्रॉड मामले की कडिय़ां प्रदेश के अन्य निजी अस्पतालों से जुड़ती चली गईं। ईडी स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड से निजी अस्पतालों की बैलेंस शीटों की क्रॉस मैच कर रही है। आयुष्मान योजना में ईडी की अब तक की गई जांच के अनुसार इस मामले में लगभग 25 करोड़ रुपए की अपराध आय शामिल है।
ईडी ने कुछ दिनों पहले दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना, शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में के 20 स्थानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत छापामारी की थी। ईडी ने छापामारी कर 88 लाख रुपए नकद, चार बैंक लॉकर और 140 संबंधित बैंक खाते जब्त किए थे।
इसके अलावा ईडी ने अचल और चल संपत्तियों, खातों की पुस्तकों और अन्य दस्तावेजों के अलावा, मोबाइल फोन/आईपैड, हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव के रूप में 16 डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए हैं। ईडी अब छापामारी के दौरान जब्त किए गए उपकरणों और बैंक खातों का रिकॉर्ड खंगाल रही है।
अहम खुलासे संभव
ईडी ने स्वास्थ्य विभाग से भी निजी अस्पतालों का रिकॉर्ड तलब किया है। ईडी ने निजी अस्पतालों में छापामारी के दौरान स्वास्थ्य योजनाओं के कई दस्तावेज जब्त किए हैं। ईडी करोड़ों के फ्रॉड मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ भी करेगी। आरोपियों से ईडी की पूछताछ में फर्जी आयुष्मान कार्ड से करोड़ों के फ्रॉड मामले से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं। ईडी अस्पतालों की संपत्ति की जांच भी कर रही है। ईडी पता लगा रही है कि आरोपियों ने अवैध तरीके से कितनी संपत्ति बनाई है।