आतंक के आका मसूद अजहर के घर मातम, एयरस्ट्राइक में मारे गए परिवार के 10 सदस्य

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हिमखबर डेस्क

आतंकी ठिकानों पर मंगलवार देर रात हुई भारतीय सेनाओं की एयरस्ट्राइक में पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद की फैक्टरी चला रहे मसूद अजहर का परिवार उजड़ गया है। हमले में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गए हैं, जबकि चार गुर्गे भी हलाक हुए हैं।

तीनों भारतीय सेनाओं की इस कार्रवाई से आतंक की कमर टूट गई है। मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद को टॉप आतंकी है या यूं कहें कि वही जैश को चला रहा है, तो इसमें अतिश्योक्ति नहीं होगी। खुद जैश ने अजहर के परिवार के 10 सदस्यों के मारे जाने की पुष्टि की है।

बता दें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने बीती रात सीमा पार कार्रवाई करते हुए लश्करे तैयबा और जैश ए मोहम्मद के कुल नौ ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है, जिनमें से चार पाकिस्तान के अंदर और बाकी पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में थे।

सूत्रों के अनुसार भारत ने पाकिस्तान के अंदर लश्कर-ए-तोएबा और जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मुख्यालयों पर हमला किया है और जो पाकिस्तान और पीओके में स्थित थे। ये ठिकाने इस तरह से हैं—

1. मरकज़ सुभान अल्लाह, बहावलपुर (पंजाब, पाकिस्तान)

यह जैश ए मोहम्मद के मुख्यालय है. इस जगह से 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा बम विस्फोट सहित आतंकवादी हमलों की योजना बनायी गयी थी।हमलावरों ने इस शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त किया।

2. मरकज़ तैय्यबा, मुरीदके (शेखपुरा, पंजाब, पाकिस्तान)

2000 में स्थापित, यह लश्कर-ए-तोएबा का मुख्य प्रशिक्षण और वैचारिक केंद्र है, जो नांगल सहदान, मुरीदके में स्थित है।

3. सरजल/तेहरा कलां (नारोवाल, पंजाब, पाकिस्तान)

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए जैश ए मोहम्मद का एक प्राथमिक लांचिंग पैड। तेहरा कलां गाँव में इसे दुनिया की नजरों से छिपाने के लिए एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भीतर छिपा कर बनाया गया था।

4. मेहमुना जोया शिविर , सियालकोट (पंजाब, पाकिस्तान)

हिज़्बुल मुजाहिदीन द्वारा संचालित, यह शिविर हेड माराला, सियालकोट में कोटली भुट्टा सरकारी अस्पताल के पास है। पाकिस्तान के आईएसआई द्वारा समर्थित, इस शिविर को अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सरकारी परिसरों के भीतर गुप्त रूप से स्थापित किया गया था।

5. मरकज़ अहले हदीस, बरनाला (भिम्बर, पीओजेके)

पुंछ-राजौरी-रियासी क्षेत्र में घुसपैठ के लिए उपयोग की जाने वाला लश्करे तैय्यबा एक रणनीतिक शिविर है। कोटे जामेल रोड पर बरनाला के बाहरी इलाके में स्थित यह बरनाला शहर से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर स्थित है।

6. मरकज़ अब्बास, कोटली (पीओजेके)

कोटली में बाईपास रोड के पास मोहल्ला रोली में स्थित हजरत अब्बास बिन अब्दुल मुतालिब के नाम पर जैश ए मोहम्मद का शिविर है। यह शिविर कोटली सैन्य शिविर से लगभग 2 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है।

7. मास्कर राहिल शाहिद, कोटली जिला (पीओजेके)

मीरपुर-कोटली रोड पर महुली पुली से 2.5 किमी दूर स्थित एक पुराना हरकत उल मुजाहिदीन का शिविर है। पहाडिय़ों में स्थित और केवल एक मिट्टी के रास्ते से पहुँचा जा सकता है, इसमें बैरक, हथियार भंडारण कक्ष, कार्यालय और आतंकवादियों के लिए आवासीय क्वार्टर शामिल हैं।

8. शवाई नाला शिविर, मुजफ्फराबाद (पीओजेके)

लश्करे तैय्यबा के लिए आतंकवादियों की भर्ती, पंजीकरण और प्रशिक्षण के लिए उपयोग की जाने वाला एक प्रमुख शिविर है। यह 2000 के दशक की शुरुआत से ही सक्रिय रहा है।

9. मरकज़ सैयदना बिलाल, मुजफ्फराबाद (पीओजेके)

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जैश ए मोहम्मद का मुख्य केंद्र, मुजफ्फराबाद में लाल किले के सामने स्थित है। यह शिविर जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने से पहले जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों के लिए पारगमन शिविर के रूप में कार्य करता है। किसी भी समय, 50-100 आतंकवादी इस शिविर में रहते हैं।

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