शिमला – नितिश पठानियां
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा 28 नवम्बर को उलगुलान सांस्कृतिक कार्यक्रम जो की प्रदेश भर के जनजातीय वर्ग के सम्मान के लिए समर्पित है इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाना तय हुआ है| इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारियों को पूर्ण रूप दे दिया गया है ।
इकाई अध्यक्ष गौरव कुमार ने बताया कि परिषद के इस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण सिरमौरी नाटी, लाहौली गरफी, किन्नौरी कायंग, स्पीति नाटी, गदीयाली नाटी और शास्त्रीय नृत्य आदि प्रस्तुतियों की तैयारी हो चुकी है।
कार्यक्रम प्रमुख अक्षय ठाकुर ने इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर विवि के विभिन्न स्थानों पर चल रही तैयारियों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम की रूप रेखा निश्चित हो चुकी है कार्यक्रम एक दिवसीय होगा।
इकाई मंत्री अविनाश शर्मा जी ने बताया कि विद्यार्थी परिषद जनज़ातीय छात्रों को मंच देकर उनकी सांस्कृतिक को सम्मान देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि विवि में पढ़ने वाला प्रत्येक छात्र हर प्रकार की कला में परिपूर्ण है। विद्यार्थी परिषद् उनके हुनर को निखारने में सहयोग करने का काम करती आ रही है।
परिषद का कार्यक्रम करवाने के पीछे का तात्पर्य संस्कृति का आदान प्रदान करना है। विश्वविद्यालय में प्रदेश के विभिन्न जिलों से छात्र शिक्षा प्राप्त करने आते हैं साथ ही साथ ऐसे कार्यक्रमों से छात्र प्रदेश भर की संस्कृतियों से भी परिचित होता है , जिससे छात्रों ने एकता का भाव और अपने पन का भाव विकसित होता है।
कार्यक्रम प्रमुख अक्षय ठाकुर ने कहा की इस कार्यकर्म करवाने का हेतु प्रथम जनजातीय स्वन्त्रता सेनानी भगवान वीरसा मुंडा जी को श्रद्धांजली अर्पित करने के साथ साथ स्वतन्त्रता सांग्राम में दिए गए उनके बलिदान के संदेश को आम जानमानस तक पहुँचाने और विवि में पढ़ने वाले छात्रों से इस कार्यक्रम में हो रही विभिन्न प्रस्तुतियों में भाग लेने और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आग्रह किया।