शिमला- जसपाल ठाकुर
पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर धरना प्रदर्शन करने और सड़क मार्ग बंद करने को लेकर पुलिस ने एनपीएस कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने एनपीएस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरव वैध, श्याम लाल गौतम सहित अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने उनके खिलाफ आइपीसी की धारा 147 149, 341, 253, 332 और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है।
बालूगंज थाना में यह मामला दर्ज किया गया है। एफआइआर के अनुसार तीन मार्च को शिमला में 103 टनल के पास दोपहर 12:30 बजे एनपीएस कर्मचारियों ने सोलन-शिमला मार्ग पर यातायात बंद कर दिया। पुलिस के जवानों ने कर्मचारियों को वहां से हटाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं माने। ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल को काफी चोटें आई हैं। सरकारी गाड़ियों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कर्मचारियों पर पानी की बौछार की, बल प्रयोग भी हुआ : विपक्ष
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा में प्वाइंट आफ आर्डर के तहत पौने पांच बजे मामला उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने एनपीएस कर्मचारियों पर बल का प्रयोग किया है। साथ ही पानी की बौछारें भी कीं। कर्मचारियों को रोकने के लिए पूरा शहर बंद कर दिया गया। विधानसभा के सभी गेट बंद कर दिए। कर्मचारियों को प्रदर्शन करने से रोकने के साथ धमकाया जा रहा है।
जयराम बोले, विपक्ष ने भड़काए कर्मचारी
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा में कहा कि इन कर्मचारियों को विपक्ष ने भड़काया है। ऐसा जानबूझकर किया गया है। कांग्रेस के कार्यकाल में ही प्रदेश में नई पेंशन योजना लागू हुई थी। मंत्री महेंद्र ठाकुर ने कहा कि एनपीएस कर्मियों के नेताओं को वार्ता के लिए छह या सात मार्च को बुलाया जा सकता है। सरकार वार्ता के पक्ष में है आंदोलन के नहीं।