हमीरपुर, 28 जून – अनिल कपलेश
हिमाचल प्रदेश के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर को एटीएम में सुरक्षित लेनदेन करने के लिए पेटेंट प्राप्त हुआ है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ राम निवास महिया की टीम में शामिल सदस्यों पवन सिंह, प्रतीक सिंघल, वसीम खान,एस राजकुमार,एल देवी, एस कंचना और ओम प्रकाश महेला ने अन्य संस्थानों के साथ प्रौद्योगिकी का आविष्कार किया है।
आईपी ऑस्ट्रेलिया के पेटेंट आयुक्त (ऑस्ट्रेलियाई सरकार) द्वारा एटीएम में सुरक्षित ट्रांज़ैक्शन के लिए एक प्रणाली और एक विधि के लिए पेटेंट प्रदान किया गया था।
संस्थान ने कहा कि यह पेटेंट एटीएम में सुरक्षित लेनदेन की प्रणाली से संबंधित है। पेटेंट का मुख्य उद्देश्य स्मार्टफोन की मदद से सत्यापन के लिए एटीएम पिन दर्ज करने के लिए कलर कोड कुंजियों का उपयोग कर एटीएम मशीनों में बेहतर सुरक्षा प्रदान करना है।
निदेशक व विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के विभागाध्यक्ष ने संकायों एवं कर्मचारियों ने डॉ महिया को इस महान सफलता के लिए बधाई दी।
एनआईटी हमीरपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ महिया ने कहा कि मौजूदा में बैंकिंग क्षेत्र में सुरक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, चाहे वो ऑनलाइन बैंकिंग हो या एटीएम मशीन लेनदेन।
एटीएम मशीन नियमित उपयोग के लिए सुविधा है, लेकिन साथ ही कुछ आपराधिक दिमागों को भी आकर्षित किया है। पेटेंट का मुख्य उद्देश्य स्मार्टफोन की मदद से सत्यापन के लिए एटीएम पिन दर्ज करने के लिए कलर कोड कुंजियों का उपयोग करके एटीएम मशीनों में बेहतर सुरक्षा प्रदान करना है।
पेटेंट में एटीएम मशीन द्वारा कार्ड विवरण प्राप्त करने के बाद उपयोगकर्ता को सामान्य मोड या सुरक्षित मोड का चयन करना होगा।
सामान्य मोड एटीएम मशीन का पारंपरिक कार्य है, लेकिन सुरक्षित मोड में उपयोगकर्ता को पंजीकृत मोबाइल नंबर पर रंग और नंबर मैपिंग की सूचना मिल जाएगी।
फिर उपयोगकर्ता अधिसूचना से पिन नंबर के संख्यात्मक मान के विरुद्ध रंग का चयन करेगा और एटीएम मशीन के एलईडी डिस्प्ले टचपैड पर रंगों को दबाकर पिन दर्ज करेगा।
इस प्रस्तावित तकनीक और प्रणाली का मुख्य उद्देश्य अवैध लेनदेन धोखाधड़ी आदि को रोकने के लिए एटीएम मशीन पर लेनदेन को और अधिक सुरक्षित बनाना है।