शिमला, जसपाल ठाकुर
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जयराम मंत्रिमंडल ने शुक्रवार की बैठक में फिर से बंदिशें लगाने का फैसला ले लिया है। सांस्कृतिक- धार्मिक, कार्यक्रमों, भंडारों और मेलों पर अगले आदेश तक रोक लगाने तथा छोटे कार्यक्रमों में भी अधिकतम 200 लोग व इंडोर कार्यक्रमों में क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को आने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा नो मास्क नो सर्विस के नियम को सख्ती से लागू किया जाएगा।
मास्क न पहनने वालों पर कार्रवाई को भी गंभीरता से करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने का भी फैसला लिया गया। वहीं, बैठक में वन विभाग में वन रक्षक के 190 पदों को भरने की मंजूरी के अलावा कुछ पुलिस पोस्ट को पुलिस चौकी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने का फैसला लिया गया। वहीं, विधायकों को गाड़ियों पर झंडी लगाने के लिए विधानसभा में पेश किए जाने वाले बिल पर कैबिनेट में सहमति नहीं बनी।
कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने करीब एक घंटे तक कोरोना की वास्तविक स्थिति को लेकर प्रस्तुति दी। प्रदेश में अब तक कोरोना के 60 हजार 389 को मामले दर्ज किए जा चुके है। अब 1003 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। प्रदेश में 1 लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है। बताया जा रहा है कि उन्होंने कैबिनेट में कोरोना पर काबू पाने के लिए बंदिशें लगाने की सिफारिश की। 15 मार्च को प्रदेश में 757 सक्रिय कोरोना के मामले थे वहीं अब यह आंकड़ा करीब 1200 पहुंच गया है।
साथ ही हर दिन औसतन दो मौतें होने लगी हैं। इसको ध्यान में रखते हुए कैबिनेट ने फिर से बंदिशें लगाने का फैसला लिया है। हिमाचल में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर डीसी, एसपी और सीएमओ के साथ आन लाइन बैठक करेंगे। बताया जा रहा है कि अधिकारियों को कोरोना को लेकर सख्त कदम उठाने की बात के निर्देश जारी कर सकते है।