कुल्लू – आदित्य
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के गृह जिले में एक कमरे में मिडल स्कूल तो दूसरे कमरे में पशु औषधालय चल रहा है। मामला पलाहच पंचायत के शटयाउगी गांव का है। सात सालों से न तो यहां के बच्चों को स्कूल भवन मिला और न ही पशु औषधालय के लिए अलग से व्यवस्था की गई।
स्कूल और पशु औषधालय दोनों पंचायत के सामुदायिक भवन में चल रहे हैं। इस मसले को पहले भी प्रकाशित कर मामला सरकार के ध्यान में लाने का प्रयास किया था। अब इस मामले पर सियासत छिड़ गई है।
बंजार के आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस पाठशाला की तस्वीर सोशल मीडिया में अपलोड की है। यह तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी हिमाचल के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर को खुले मंच पर बहस की चुनौती दी है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हिमाचल के स्कूलों का भ्रमण करवाने और इसके बदले में दिल्ली के स्कूलों का भ्रमण करने की चुनौती दी है। आम आदमी पार्टी कुल्लू के प्रवक्ता दौलत भारती ने कहा कि पार्टी पूरे प्रदेश में शिक्षा की बदहाली को लेकर चिंतित है।
शिक्षा मंत्री के गृह जिला में स्कूलों की हालत खराब है। शटयाउगी स्कूल का मामला अभी ट्रेलर है। पूरी तस्वीर सामने आएगी तो सरकार को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा।
वहीं, आम आदमी पार्टी बंजार के अध्यक्ष पूर्ण चंद ने कहा कि मिडल स्कूल 2016 में खुला था। सरकार ने स्कूल तो खोल दिया लेकिन सुविधाएं देना भूल गई। उन्होंने कहा कि यह स्कूल सरकार के दावों की पोल खोलता है।
वहीं, बंजार से भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि स्कूल के भवन के लिए बजट जारी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पास सरकार की छवि खराब करने के अलावा कोई काम नहीं है।
26 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं यहां
मिडल स्कूल शटयाउगी में 26 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अपना भवन न होने से पंचायत के सामुदायिक भवन के एक कमरे में तीन कक्षाएं चल रही हैं।
स्कूल में तीन अध्यापक सेवारत हैं। तीन कक्षाओं को एक कमरे में पढ़ाने और मिड-डे मील बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के प्रधान प्रेम सिंह ने बताया कि 18 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। अभी बजट नहीं आया है।