दुराना- राजेश कुमार
हाल ही पंजाब में आम आदमी पार्टी द्वारा धमाकेदार सत्ता परिवर्तन का पहला धमाका विधायकों द्वारा की जारी रही सरकारी खजाने की फिजूलखर्ची को रोक कर पंजाब में ही नहीं बल्कि सारे देश के लोगों के दिलों में एक अलग पहचान बनाई है।
भले ही पंजाब सहित अन्य राज्यों के विधायकों एवं सांसदों को पंजाब के मुख्यमंत्री का यह फैसला हज़म नहीं हो रहा है लेकिन सभी राजनीति दलों से जुड़ी जनता द्बारा खुले मन से इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा जा रहा है कि इस प्रकार की नीति केंद्र सहित हर राज्य में भी लागू होनी चाहिए।
पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों की एक से अधिक पैंशन पर की गई कटौती पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस फैसले से फिजूलखर्ची पर रोक तो रुकेगी लेकिन आम आदमी पार्टी को अन्य राज्यों में राजनीति लाभ भी मिलता हुआ नजर आने लगा है। जिसकी भरपाई करने केलिए अन्य राजनीति दलों को भी पंजाब सरकार के इस फैसले के नक्शे कदमों पर चलने केलिए बाध्य होना पड़ेगा।