शिमला- जसपाल ठाकुर
रुस-यूक्रेन युद्व के बाद बन रहे हालातों के बाद यूक्रेन में फंसे हिमाचली विद्यार्थियों को लेकर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने केन्द्र व राज्य सरकार से इन विद्यार्थियों की सकुशल घर वापसी की मांग की है।
आज पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में मिडिया से अनौपचारित बात करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि युद्व के कारण यूके्रन में आए दिन हालात खराब हो रहे हैं और वहां अध्यनरत भारतीय छात्र अपनी सुरक्षित वतन वापसी के प्रति चिंन्तित हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विश्व के कई देशों ने युद्व की आशंका को देखते हुये यूक्रेन में पढ़ रहे अपने छात्रों की वतन वापसी के लिये समय रहते कदम उठाये परन्तु भारत सरकार ने इस पर कोई गम्भीरता नहीं दिखाई और भारत सरकार उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों में व्यस्त रही।
उन्होने कहा कि भारत सरकार की नाकामियों के परिणाम स्वरुप आज यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय विद्यार्थी व उनके परिजन सुरक्षित वतन वापसी के प्रति चिन्तित हैं। उन्होने कहा कि भारतीय छात्रों की वतन वापसी में इतना विलम्ब भारत सरकार की नाकामियों को उजागर करता है।
उन्होने कहा कि अगर भारत सरकार भी अन्य देशों की भाति समय रहते उचित कदम उठाती तो आज यूक्रेन में पढ़ रहे विद्यार्थियों को इन परेशानियों का सामना नहीं करना पढ़ता।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आज मिडिया के समक्ष कीव में फंसे हिमाचल प्रदेश के छात्रों से विडियों काल के माध्यम से जमीनी हकीकत की जानकारी ली। विडियो काल पर कीव से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के छात्र विनायक व अन्य छः विद्यार्थियों जिनमे तीन लड़कियां भी हैं।
उन्होंने कहा कि हम अपने रिस्क पर कीव से बाहर निकल रहे हैं। भारतीय दुतावास ने यह कहते हुये पल्ला झाड़ दिया है कि हम केवल आपको रेलवे स्टेशन तक पंहुचा सकते है।
कुलदीप सिंह राठौर ने जब इन विद्यार्थियों से पूछा कि आपको किस प्रकार की मदद की जरुरत चाहिये तो इन विद्यार्थियों ने हताश होते हुये सरकार की व्यवस्था के प्रति अपनी नारजगी प्रकट करते हुये कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है।
इन विद्यार्थियों ने कहा कि यदि भारत सरकार ने समय रहते उचित कदम उठाये होते तो आज हमें इतनी मुश्किलों का समाना नहीं करना पड़ता।
इन विद्यार्थियों से विडियों काल पर बात करते हुये कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विद्यार्थी किस प्रकार डर के साये में कीव की सड़को पर पैदल चल कर वतन वपसी के लिए संघर्श कर रहे हैं और जगह जगह बंदूके ताने सेना के जवानों का सामना कर रहे है।
इन विद्यार्थियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष गुहार लगाते हये कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सकुशल वतन वापसी के लिए केन्द्र व हिमाचल सरकार तक उनकी आवाज पंहुचाई जाये।
विनायक ने कहा कि हम छः छात्र जिनमें तीन लड़किया भी हैं पैदल यात्रा कर कीव से बाहर निकल रहे हैं। यहां रह रहे छात्र अपनी सुरक्षा को लेकर सहमें हुये हैं और शीघ्र अति शीघ्र यहां से निकलना चाहते हैं।
कुलदीप सिंह राठौर ने रुस-यूक्रेन के युद्व के बाद बन रहे हालातों पर चिंता व्यक्त करते हुये यूक्रेन में फंसे सभी विद्यार्थियों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए हर सम्भव कदम उठाने का भरोसा दिलाया और कहा कि वे स्वयं उनकी आवाज को सरकार के समक्ष उठाएंगे।
राठौर ने कहा कि सरकार को प्रारम्भ में ही भारतीय विद्यार्थियों को सुरक्षित वतन वापसी के लिए उचित कदम उठाने चाहिये थे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों से बात करने के बाद मालूम हुआ है कि भारत सरकार द्वारा किये जा रहे दावों के विपरीत जमीनी हकीकत कुछ और है और सरकार के सारे दावे झूठे व हकीकत से परे हैं।