हिमखबर डेस्क
जालंधर-अटारी-मंडी नेशनल हाईवे 003 के निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही अब जनता के लिए मुसीबत बन चुकी है।
धर्मपुर क्षेत्र में हाईवे निर्माणाधीन बीआरएन कंपनी की मनमानी से परेशान लोगों की पीड़ा तब सामने आई जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद अनुराग ठाकुर अपने एक दिवसीय दौरे पर क्षेत्र में पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने सांसद को बताया कि पिछले छह महीनों से सड़क और डंगा टूट जाने के कारण दर्जनों परिवार रस्सियों के सहारे अपने घरों तक पहुंच रहे हैं।
एक पीड़ित महिला की आंखों में आंसू और दर्द ने मौके पर मौजूद सभी को झकझोर दिया। महिला ने कहा कि उनके रास्ते पूरी तरह टूट चुके हैं और अब जान जोखिम में डालकर ऊपर चढ़ना पड़ता है।
इस पर सांसद अनुराग ठाकुर ने निर्माणाधीन कंपनी बीआरएन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जितेंद्र पांडे की सरेआम कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सवाल किया कि जब कंपनी के पास एक्सपर्ट इंजीनियर हैं, तो बार-बार डंगे क्यों गिर रहे हैं और सड़कें क्यों खराब हैं।
उन्होंने कहा कि या तो कंपनी काम में लापरवाही कर रही है या फिर ठेकेदारों की मिलीभगत में है। अनुराग ठाकुर ने मौके पर ही निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए और जल्द से जल्द डंगे फिर से लगाए जाएं।
साथ ही उन्होंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर को आदेश दिया कि आगामी 15 जुलाई को दिशा कमेटी की बैठक में अन्य कंपनी अधिकारियों सहित उपस्थित रहें।
बता दें कि धर्मपुर से लेकर कोटली तक के 22 किलोमीटर के पैच का कार्य दो कंपनियों बीआरएन और सूर्या कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है। दोनों ही पैचों में जनता निर्माण कंपनियों की मनमानी और अनियमितताओं से परेशान है। इससे पहले 20 जून को तल्याड़ में भी स्थानीय लोगों ने सड़क मंत्रालय की टीम का घेराव कर विरोध जताया था।