हिमखबर डेस्क
मनाली के उझी घाटी के पलचान गांव में युवा पीढ़ी को चिट्टा जैसे घातक नशे से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
पलचान ग्राम विकास समिति ने एक बैठक के दौरान फैसला लिया है कि गांव में चिट्टा का सेवन और बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
ग्राम समिति ने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति चिट्टा का सेवन करता है या बिक्री में संलिप्त पाया जाता है, तो उसे समाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ेगा।
ऐसे व्यक्ति को गांव के किसी भी सामाजिक कार्यक्रम या समारोह में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और उसे गांव के लोगों का सहयोग व समर्थन नहीं मिलेगा।
समिति के प्रधान विक्रांत ठाकुर और देवी सिंह ठाकुर ने इस बात की जानकारी दी कि ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी और 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
साथ ही, चिट्टा के कारोबार की सूचना देने वाले को समिति की ओर से 25 हजार रुपये का इनाम भी दिया जाएगा। इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि पलचान गांव में चिट्टा जैसी नशे की लत पर रोक लगेगी और गांव का वातावरण स्वस्थ रहेगा।