मंडी – अजय सूर्या
क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान पंडोह के सहायक निदेशक डॉ. राजेश अपने पद से सेवानिवृत हो गए हैं। बुधवार को संस्थान में उनकी सेवानिवृति पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी चिकित्सकों, अनुसंधानकर्ताओं और संस्थान के सभी स्टाफ कर्मियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
डॉ. राजेश द्वारा दी गई सेवाओं पर एक वीडियो फिल्म भी दिखाई गई। जिसमें बताया गया कि किस तरह से उन्होंने आयुष मंत्रालय के लिए अपनी सेवाएं दी। उन्हें संस्थान की तरफ से शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करके विदा किया गया।
अपनी सेवानिवृति पर उपस्थित सभी सहयोगियों को संबोधित करते हुए डॉ. राजेश ने कहा कि आज क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान जिस भी मुकाम पर पहुंचा है वो किसी एक व्यक्ति के प्रयास नहीं बल्कि सभी के सामूहिक प्रयास हैं।
बतौर सहायक निदेशक उन्हें हर सहयोगी का पूरा सहयोग मिला। बतौर अधिकारी और व्यक्तिगत तौर पर जो सहयोग यहां के लोगों से मिला है वे उसे कभी भुला नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में जब भी संस्थान को उनके सहयोग की जरूरत होगी वे अपनी तरफ से हर संभव सहयोग देने का प्रयास करेंगे।
डॉ. राजेश ने कहा कि एक अधिकारी होने के नाते और संस्थान का मुखिया होने के नाते बहुत से दायित्वों का निर्वहन करना पड़ता है। अपने से उपर के अधिकारियों को जबावदेही देनी होती है और सहयोगियों के माध्यम से कार्य करवाने पड़ते हैं।
इस दौरान कई मर्तबा कुछ सहयोगियों से उंची-नीची बात भी हो जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका स्वभाव जल्द गर्म और जल्दी ही शांत हो जाने का है। इसलिए यदि कभी किसी को उनकी किसी बात से बुरा लगा हो तो वे इसके लिए दिल से माफी चाहते हैं।
डॉ. राजेश के विदाई समारोह के मौके पर मंडयाली धाम का आयोजन भी किया गया। सहयोगियों ने डॉ. राजेश के कार्यकाल को संस्थान के लिए एक मील पत्थर बताया और उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए विदाई दी।