हिमाचल में दिसंबर तक तीन सरकारी नर्सिंग संस्थान खोलने की तैयारी; निजी को नहीं मिलेगी अनुमति
शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश सरकार इसी साल के अंत तक तीन नए सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोलने की तैयारी कर रही है। यह संस्थान मेडिकल काॅलेज नाहन, चंबा और हमीरपुर में खोले जाएंगे। सरकार ने औपचारिकताएं पूरी करनी शुरू कर दी हैं। सरकार लगातार स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में है।
वर्तमान में प्रदेश में दो सरकारी नर्सिंग संस्थान
शुरुआत में इन मेडिकल काॅलेजों में 40-40 सीटें भरी जाएंगी। कॉलेजों में आधारभूत ढांचा विकसित होने के बाद सरकार इनकी सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजेगी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने बजट भाषण में तीन नर्सिंग संस्थान खोलने की घोषणा की है।
वर्तमान में प्रदेश में दो सरकारी नर्सिंग संस्थान हैं। एक इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) और एक नेरचौक में है। वहीं, करीब 54 निजी नर्सिंग, मिड वाइफ संस्थान हैं। इन संस्थानों में कोर्स करने के लिए साढ़े तीन से चार लाख तक का खर्च आता है। इसमें हॉस्टल, वर्दी व अन्य खर्चे भी शामिल हैं। हर साल हजारों की संख्या में छात्राएं नर्सिंग कोर्स करती हैं। ऐसे में सरकार का जोर है कि कम फीस में सरकारी संस्थानों में लोगों को फायदा मिल सके।
सरकारी नर्सिंग कॉलेजों में फीस कम
पहले सरकारी संस्थानों से कोर्स करने के लिए आवेदन किया जाता है। सीटें पूरी हो जाने के बाद छात्राएं निजी संस्थानों से कोर्स करने के लिए मजबूर होती हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि सरकारी नर्सिंग कॉलेजों में फीस कम है। इसमें एक साल का खर्च करीब 70 हजार के आसपास रहता है। उधर, स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा को सिरे चढ़ाया जा रहा है। विभाग औपचारिकताएं पूरी करने में लगा है।
निजी संस्थानों का भी आधारभूत ढांचा होगा मजबूत