महाविद्यालय लंज में “एड्स नियंत्रण और समाज में व्यवहार प्रणाली” पर जागरुकता व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन
शाहपुर -कोहली
राजकीय महाविद्यालय लंज में सोमवार को रेड रिबन क्लब के तत्वाधान में “एड्स नियंत्रण और समाज में व्यवहार प्रणाली” पर जागरुकता व्याख्यान करवाया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ संजय कुमार शर्मा ने मख्यातिथि व बीज वक्ता के रूप में शिरकत की। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि एडस आज एक महामारी का रूप धारण कर रहा है और इसकी रोकथाम होना बहुत जरूरी है।
आज पूरे विश्व में 3.20 करोड़ लोग एडस से संक्रमित हैं। जोकि अपने आप में बहुत बड़ी संख्या है। एडस होने का प्राथमिक चरण एचआईवी है और यहीं से शुरुआत होती है।
आज इसके रोकथाम के भी बहुत से उपाय आ गए हैं जिनको अपनाकर व्यक्ति इस बीमारी से खुद को बचा सकता है। एडस मुख्यतः असुरक्षित यौन संबंध से होता है इसलिए अगर व्यक्ति अपने जीवनसाथी के अलावा यौन संबंध बना रहा है तो कोंडम का उपयोग जरूर करना चाहिए।
इसके अन्य कारणों में जैसे एक ही टीके की सुई का इस्तेमाल करना, एडस रोगी का रक्त लेना या उसका रक्त किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में कहीं लग जाना। इसकी रोकथाम में ही बचाव है।
साथ ही उन्होंने कहा की समाज में अगर कोई व्यक्ति एडस से पीड़ित मिलता भी है तो उसके साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार किया जाना चाहिए। किसी तरह का भेदभाव उसके साथ नहीं होना चाहिए। सहायक आचार्य रघुवीर सिंह ने भी अपनी बात कार्यक्रम में रखी।
उन्होंने भी कहा कि आज व्यक्ति को स्वस्थ रहने की सख्त आवश्यकता है। स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। हर व्यक्ति को समय-समय पर अपना स्वास्थ्य जाँच करवानी चाहिए और साल में एक बार तो जरूर करवानी चाहिए। ताकि ऐसी बीमारियों जिनके लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं, उनसे बचा जा सकता है।
आज सोच बदल कर ही हम इस बीमारी को हरा सकते हैं। प्रथम वर्ष से रिया ने भी अपने विचार इस विषय पर रखे। उसने एडस और एचआईवी के इतिहास पर बात की।
कार्यक्रम के समन्वयक सहायक आचार्य अरविंद कुमार ने शुरू में सभी का स्वागत किया और कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम में आने के लिए सभी का धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम में सभी आचार्य और लगभग 100 विद्यर्थियों ने इसमें भाग लिया।