वंचित बच्चों को स्कूल रेडीनेस और फ़ाउंडेशनल लर्निंग प्रोग्राम का मौका मिलेगा
बद्दी – रजनीश ठाकुर
भारत, 16 जुलाई, 2024 – लॉरिआल इंडिया ने प्रोजेक्ट उड़ान के लॉन्च की घोषणा की जो कि बद्दी, हिमाचल प्रदेश में एक सीएसआर अभियान है तथा इसके बद्दी प्लांट के आस-पास रहने वाले प्रवासी समुदायों के वंचित बच्चों की शिक्षा में सहयोग देता है।
हिमाचल प्रदेश के बद्दी में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं। इन प्रवासी मजदूरों के बच्चों को अपनी पढ़ाई की दिक्कतों को दूर करने और पढ़ाई जारी रखने के लिए औपचारिक स्कूल में दाखिला लेने के लिए अतिरिक्त सहायता की ज़रूरत होती है। प्रथम एजुकेशन फ़ाउंडेशन के सहयोग से लॉरिआल इंडिया का प्रोजेक्ट उड़ान स्कूल रेडीनेस और फ़ाउंडेशनल लर्निंग प्रोग्राम जैसे बहुआयामी प्रयासों से इन बच्चों की मदद करता है।
यह अभियान अतिरिक्त जिला कलेक्टर, सोलन, हिमाचल प्रदेश, श्री अजय कुमार यादव, आईएएस की मौजूदगी में एक शिक्षा केंद्र के उद्घाटन के साथ शुरू हुआ, जो एक शैक्षिक संसाधन केंद्र के रूप में काम करेगा, जहाँ पढ़ाई के लिए अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
यहाँ, प्री-स्कूल और आउट-ऑफ-स्कूल बच्चों को स्कूल-रेडी बनाने में मदद की जाएगी, तथा कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को फ़ाउंडेशनल लिटरेसी और न्यूमरेसी स्किल्स सिखाई जाएंगी। यहाँ बच्चों की माताओं को उनके अध्ययन में सक्रिय हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
लॉरिआल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, असीम कौशिक ने कहा, “लॉरिआल उन समुदायों को अपना योगदान देने के लिए समर्पित है, जहाँ यह व्यवसाय करता है। भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त बनाना हमारी इस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। शिक्षा प्रगति और सशक्तिकरण का एक शक्तिशाली माध्यम है।
लॉरिआल इंडिया के प्रोजेक्ट उड़ान का उद्देश्य वंचित बच्चों को औपचारिक शिक्षा में लाना है, ताकि वो अपनी पूरी क्षमता का विकास करके अपना भविष्य उज्जवल बना सकें। प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की प्रतिबद्धता और विशेषज्ञता इस उद्देश्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। प्रोजेक्ट उड़ान के अगले चरण में चाकन, महाराष्ट्र में हमारे प्लांट के पास एक और शिक्षा केंद्र खोला जाएगा।”
इस अभियान के अंतर्गत लॉरिआल इंडिया हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के 4000 बच्चों को सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसका उद्देश्य 2030 तक भारत में 30,000 बच्चों तक पहुँचना है। प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ, डॉ. रुक्मिणी बनर्जी ने कहा, “हम लॉरिआल इंडिया के साथ अपनी साझेदारी और बद्दी एवं चाकन में एक नए प्रोजेक्ट शुरुआत को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
इस अभियान के अंतर्गत बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने और स्कूल में पहले से पढ़ रहे बच्चों के कौशल को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि उन्हें जीवन में सफल होने के लिए आधार मिल सके। प्रथम में, हम लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए शिक्षा की शक्ति में यकीन रखते हैं। लॉरिआल इंडिया के साथ यह सहयोग इन क्षेत्रों के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है!”
लॉरिआल इंडिया का कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व अभियान तीन स्तंभों पर आधारित है: सशक्तिकरण, पर्यावरण और शिक्षा। भारत में शुरू किए गए विभिन्न प्रोजेक्ट्स वंचित समुदायों के उत्थान, महिला सशक्तिकरण और सस्टेनेबल विकास लाने पर केंद्रित हैं।
लॉरिआल फॉर द फ्यूचर कार्यक्रम 2020 में वैश्विक स्तर पर शुरू किया गया था। इसमें ग्रुप की सस्टेनेबिलिटी की तत्परता तीन मुख्य रणनीतिक पहलुओं पर आधारित है, जो हैं – जलवायु, जल, जैव विविधता और संसाधनों पर प्रभाव घटाने के लिए हमारी व्यावसायिक गतिविधियों में परिवर्तन; अपने व्यावसायिक परिवेश को मजबूत बनाना; विश्व के सामने आने वाली सबसे गंभीर पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों को हल करने में मदद करना।
लॉरिआल जलवायु आपदाओं के सबसे ज्यादा संपर्क में आने वाले अत्यधिक संवेदनशील महिलाओं और समुदायों का सहयोग करता है, और प्रकृति के पुनर्निर्माण और सर्कुलर इकोनॉमी के विकास में निवेश करता है।