रामपल ने बताया कि एक फल तैयार हो चुकी है, जबकि दूसरी कुछ दिनों में तैयार हो जाएगी। उन्होंने बताया कि उन्हें खुद उम्मीद नहीं थी कि इतनी बड़ी मूली का उत्पादन होगा।

उन्होंने खेत में केवल गोबर का प्रयोग किया है किसी भी रासयनिक खाद का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने पूरी तरह से ऑर्गेनिक तरीके खेती की है। वह अन्य किसानों को भी ऑर्गेनिक खेती की सलाह देते है। इससे न तो जमीन को नुकसान होता और न ही फसल को।