मंडी, 19 जनवरी – डॉली चौहान
हिमाचल प्रदेश देव भूमि है और यहां पर हर प्रकार के त्योहारों को बड़े ही उत्साह और परंपरा के साथ मनाया जाता है। इसी के चलते छोटी काशी मंडी में आने वाली महाशिवरात्रि तक अब परंपरा के अनुसार तारा रात्रि से बाबा भूतनाथ पर जल का अभिषेक नहीं किया जाएगा।
शुक्रवार रात से ही बाबा भूतनाथ पर पूजा अर्चना करने के बाद करीब एक माह तक केवल मक्खन का लेप लगाया जाएगा। जिसमें बाबा भोलेनाथ के देश में प्रसिद्ध व ऐतिहासिक मंदिरों में विराजमान रूपों को मक्खन के साथ उकेरा जाएगा। जिससे महाशिवरात्रि तक बाबा भोलेनाथ के कई रूपों के दर्शन छोटी काशी में भक्तों को मिलेगें।
इसके बाद महाशिवरात्रि के दिन मक्खन को उतार कर बाबा भूतनाथ पर जल का अभिषेक किया जाएगा और उनके दर्शन करने का सौभाग्य करीब एक माह बाद मिलेगा।
बाबा भूतनाथ मंदिर मंडी के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि मंदिर में कई वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार इस बार भी शुक्रवार से बाबा भूतनाथ पर केवल मक्खन चढ़ेगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिए गांवों से देसी गौ माता का शुद्ध मक्खन लाया जा रहा है, जिससे पहले दिन लगभग 21 किलो मक्खन से श्रृंगार किया जाएगा। इसके साथ ही बाकी दिनों के लिए डेयरी से बिना नमक वाला मक्खन भी स्पेशल तौर पर मंगवाया जाता है।
देवानंद सरस्वती ने बताया कि हमारी परंपरा और संस्कृति सनातन के स्तंभ है और इसे आगे भी इसी प्रकार से सहेज कर रखा जाएगा साथ ही आने वाली पीढ़ी को भी इसकी जानकारी दी जाएगी।
बता दें कि तारा रात्रि से ही शिवरात्रि का शुभारंभ हो जाता है और फिर महाशिवरात्रि का महोत्सव मंडी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनायी जाती है।