बेर खाने पटरी पर आए थे, अचानक रेलगाड़ी की चपेट में आए
श्रीआनंदपुर साहिब – सुभाष चंदेल
कीरतपुर साहिब के नजदीक लोखंड पुल पर रविवार सुबह ट्रेन की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक बच्चा बाल-बाल बच गया। हादसा उस समय हुआ जब ये बच्चे पटरी के पास बेर खाने आए थे और अचानक सहारनपुर से ऊना आ रही रेलगाड़ी की चपेट में आ गए।
हादसे में बाल-बाल बचे बच्चे ने बताया कि रविवार को स्कूल में छुट्टी होने के कारण वे रेल पटरी के किनारे लगी झाडिय़ों में से बेर खाने के लिए इस पुल से गुजर रहे थे कि अचानक रेलगाड़ी आ गई, जिसके बारे में उनको कुछ पता नहीं चला। उसने एकदम से साइड में छलांग लगा दी, लेकिन उसके तीनों साथी गाड़ी की चपेट में आ गए।
हादसा इतना भयानक था कि छोटे-छोटे बच्चों के शव तथा उनका रक्त रेल पटरी पर बिखरा हुआ था। मौके पर एकत्रित लोगों के सहयोग के साथ परिजनों ने बड़ी मुश्किल से अपने बच्चों के शवों को संभाला। रेलवे पुलिस के एएसआई जगजीत सिंह ने तुरंत मौके पर पहुंचकर अपनी टीम के साथ घटनास्थल का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने मृतक बच्चों के शव पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में ले लिए। धारा 174 के तहत कार्रवाई करने के बाद परिजनों को बच्चों के शव दे दिए जाएंगे। उधर, रेलवे स्टेशन कीरतपुर साहिब के स्टेशन मास्टर रोदास सिंह के मुताबिक जिस रेलगाड़ी से हादसा हुआ, वह लगभग सवा 11 बजे भरतगढ़ रेलवे स्टेशन से कीरतपुर साहिब की ओर आई थी।
हादसे में जान गंवाने वाला बच्चा रोहित कुमार (11) पुत्र अर्जुन महातो चौथी कक्षा में पढ़ता था, वहीं महिंद्र (7) पुत्र स्वर्गीय रामदुलार पहली कक्षा का छात्र था। तीसरा मृतक विकी फिलहाल स्कूल नहीं जाता था। हादसे में बाल-बाल बचने वाला पवन (10) पुत्र बहारण पहली कक्षा का विद्यार्थी है।
रेलगाड़ी की चपेट में आने वाले बच्चों के परिजनों ने रोते-बिलखते हुए कहा वे मजदूर परिवारों से संबंधित है तथा झुग्गी-झोपडिय़ों में रहकर अपने परिवार को पाल रहे हैं। आर्थिक रूप पर कमजोर होने के कारण उन्होंने पंजाब सरकार से मदद की मांग की है।