चम्बा – भूषण गुरुंग
चम्बा शहर में स्थित पांच सौ घरों और दुकानों के बिजली-पानी कनेक्शन काटे जाएंगे। नगर परिषद चंबा ने इसके लिए फरमान जारी किए हैं। स्वच्छ चंबा अभियान के तहत शहर के 11 वार्डों में तैनात कर्मियों को कूड़ा-कचरा न देने वाले लोगों पर यह गाज गिरेगी। नगर परिषद के आदेशों के बाद कूड़ा-कचरा न देने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है। 16 मार्च को नगर परिषद की साधारण स्थायी समिति की बैठक में बाकायदा इस पर मुहर लग चुकी है।
जिला मुख्यालय चंबा के 11 वार्डों सुल्तानपुर, जनसाली, सुराड़ा, चौंतड़ा, कसाकड़ा, हटनाला, सपड़ी, चौगान, हरदासपुरा, धड़ोग और जुलाहकड़ी के तहत नगर परिषद के पांच हजार गृह मालिक पंजीकृत हैं। साढ़े चार सौ दुकानदार पंजीकृत हैं। इसके अलावा 800 निजी दुकानें हैं। शहर के गृह मालिकों और दुकानदारों से डोर-टू-डोर कूड़ा-कर्कट एकत्रित करने की एवज में 50 रुपये से लेकर दो हजार रुपये लिए जाते हैं।
नप चंबा ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए डोर-टू-डोर कूड़ा-कर्कट एकत्रित करने की योजना आरंभ की है लेकिन, कुछ लोगों के सहयोग न करने से यह योजना पूरी तरह साकार नहीं हो पा रही है। साफ-सफाई का कार्य देखने वाले ठेकेदारों के कर्मी घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करते हैं तो वहीं, स्वयं सहायता समूहों के लोगों को कूड़ा-कर्कट उठाए जाने की एवज में पैसे एकत्रित करने का जिम्मा सौंपा गया है।
बावजूद इसके शहर के कुछ लोग और दुकानदार न तो सफाई कर्मियों को कूड़ा-कर्कट दे रहे हैं और न ही पैसों की अदायगी कर रहे हैं। नप ने कई मर्तबा शहरवासियों को इसके बारे में अवगत करवाया। बावजूद इसके पांच सौ के करीब शहरवासियों और दुकानदारों ने इन आदेशों को हल्के में ही लिया।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अक्षित गुप्ता ने कहा कि घरों-दुकानों का कूड़ा न देने वाले पांच सौ लोगों के बिजली-पानी के कनेक्शन काटे जाएंगे। उन्होंने लोगों से घरों का गीला-सूखा कूड़ा-कचरा नगर परिषद की ओर से नियुक्त किए गए कर्मचारियों को देने का आह्वान किया है।