व्यूरो रिपोर्ट
अपने घर से हजारों मील दूर करीब 20 वर्षों से गुमनामी में जी रही एक महिला को सिरमौर पुलिस की मदद से उसके परिजनों तक झरखंड पंहुचाया गया है। इस काम में अग्रिम भूमिका निभाने वाली नाहन के कांशी वाला की बहादुर बेटी तनवी नरूला पर न केवल परिजनों, बल्कि समस्त सिरमौर को फख्र है।
सिरमौर पुलिस अधीक्षक ओमापाती जम्वाल ने गुरुवार को पुलिस की जिला स्तरीय बैठक में तनवी को सम्मानित किया। तनवी की बदौलत एक परिवार को उनकी 20 वर्ष से भी अधिक समय से लापता बेटी वापस मिली है। तनवी नरूला ने समाज सेवी की भूमिका निभाते हुए इस बंधुवा युवती को नाहन पुलिस के साथ जुड़कर समाज के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पुलिस अधीक्षक सिरमौर ओमापती जमवाल ने डीएसपी मुख्यालय मीनाक्षी भारद्वाज के साथ तनवी को उसके द्वारा किये गए एक उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया ।
गौर हो कि तनवी नरूला ने एक ऐसी महिला को उसके परिजनों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है जो अरसे से अपने परिजनों से दूर थी। महिला को यह भी मालूम नहीं था कि वह कहा की रहने वाली है।तनवी ने बीड़ा उठा लिया की वह उस महिला को उसके घर व परिजनों तक पहुंचा कर ही रहेगी। इसके लिए उसने पुलिस का सहयोग लिया।इस बारे में नाहन पुलिस ने झारखंड पुलिस से सम्पर्क किया । इस लम्बी कड़ी मशकक्त के बाद गुमनामी के सायों में जी रही महिला के परिजनों का आखिर पता लगा ही लिया गया।
महिला को सुरक्षित रूप से उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ओमापति जमवाल ने तनवी के जज्बे को सेल्यूट करते हुए उसे बुधवार को नाहन पुलिस लाइन में एक सादा समारोह आयोजित कर सम्मानित किया।उन्होंने बताया कि प्रदेश पुलिस की यह एक मुहीम है कि आम आदमी पुलिस व्यवस्था के साथ जुड़कर समाज के प्रति जागरूक होते हुए तथा अपनी नैतिक जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए खाकी का सहयोग करे तो वहीँ, पुलिस विभाग से सेवानिवृत हुए पुलिस अधिकारी प्रदीप को भी उसके द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
उधर, एसपी जिला सिरमौर ओमापति जमवाल ने कहा कि पुलिस की सहायता करने को लेकर स्थानीय निवासी तनवी और प्रदीप को सम्मानित किया गया है। उन्होंने तनवी और प्रदीप से प्रेरणा लेने की बात करते हुए नागरिकों से भी अपील की है कि वह भी इस प्रकार के उत्कृष्ट कार्य करे, ताकि हम सब मिल जुलकर एक सुन्दर व सशक्त समाज का निर्माण कर सकें।