हिमाचल विधानसभा शीत सत्र का दूसरा दिन आज, गोबर लेकर पहुंचे विपक्ष के नेता, सदन में गूंजा स्टोन क्रशर बंद करने का मामला, विपक्ष का वाकआउट

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मंत्री और मुख्यमंत्री के जवाब से असंतोष जताते हुए विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए सदन से विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।

हिमखबर डेस्क

धर्मशाला के तपोवन में हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। ठीक 11 बजे दूसरे दिन की कार्रवाई प्रश्न काल से शुरू हुई। दूसरे दिन विपक्ष के नेता गोबर लेकर विधानसभा परिसर पहुंचे और गोबर खरीद गारंटी पर जमकर नारेबाजी की।

विधानसभा में गोबर के टोकरे लेकर विपक्ष का प्रदर्शन

हिमाचल विधानसभा के दूसरे दिन भी विपक्ष ने तेवर कड़े रखे. कांग्रेस सरकार को दो रुपए किलो गोबर खरीदने के चुनावी वायदे को याद दिलाते हुए सभी विधायक गोबर के टोकरों के साथ विधानसभा परिसर पहुंचे। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि एक साल से खेत में गोबर डालना बंद कर दिया। इस उम्मीद के साथ के सुक्खू भाई आएंगे तो गोबर खरीदेंगे। दो रूपए किलो गोबर कब लेगी सुक्‍खू सरकार अब तो गोबर भी सूख गया।

जयराम ठाकुर ने कहा कि जब तक शीतसत्र चलेगा तब तक एक-एक कर सरकार को सभी गारंटियां याद दिलाई जाएगी।बता दें कि सेशन के पहले दिन भी विपक्ष ने कांग्रेस की गारंटियों का चोला पहनकर तपोवन धर्मशाला में प्रदर्शन किया था।

  • हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीत सत्र के दूसरे दिन सदन में स्टोन क्रशर बंद करने का मामला गूंजा। प्रश्नकाल में इस संबंध में पहला प्रश्न सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने किया। उन्होंने कहा कि स्टोन क्रशर बंद करने के मामले में क्यों तीन जिलों को ही टारगेट किया गया।

मंत्री हर्षवर्धन चौहान के बोल

  • इस पर मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि ब्यास और उसकी सहायक नदियों के इर्द-गिर्द बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया है। हमेशा से यही रहा है। इस संबंध में कमेटी ने लगभग 80 क्रशरों को रद्द किया है। ऐसे तमाम क्रशर कानूनी तरीके से नहीं लगे थे। कमेटी ने ऐसा पाया है।
  • हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हाई पॉवर कमेटी बनाई गई है। कुछ क्रशरों को खोल दिया गया है। जब वे कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करेंगे तो उनकी बहाली की जाएगी। कैप्टिव क्रशरों में ज्यादा समस्या है, जो किसी परियोजना के साथ लगाए गए हैं।
  • कमियों को रोकने के लिए हाईपावर कमेटी की बैठक हुई है। सरकार को कोई राजस्व नुकसान  नहीं हुआ है। वित्त वर्ष 2022-23 में 242 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। इस साल 15 दिसंबर 2023 को 204 करोड़ रुपये की आमदनी हो गई है। यह पिछले साल से बढ़ जाएगा।

भाजपा विधायक बिक्रम सिंह के बोल

  • अनुपूरक सवाल में भाजपा विधायक बिक्रम सिंह ने कहा कि 112 क्रशर बंद किए गए हैं। रेत, बजरी के रेट तीन गुना हो गए। कई लोग बेरोजगार हो गए।। इनको कांगड़ा और यह क्षेत्र ही नजर आया। सोलन और सिरमौर में क्रशर बंद क्यों नहीं किए गए। यह कहना सही नहीं है कि राजस्व नुकसान नहीं हुआ। मंत्री और मुख्यमंत्री के जवाब से असंतोष जताते हुए विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए सदन से विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।

सीएम सुखविंद्र सिंह सूक्ख के बोल

  • सीएम सुखविंद्र सिंह सूक्ख ने कहा कि सरकार कायदे-कानूनों से चलती है। 128 क्रशर ब्यास बेसिन पर थे। ब्यास नदी ने तबाही मचाई। अधिसूचना के अनुसार क्रशर 15 सितंबर तक होते हैं। क्रशर खोलने के लिए नियमों को पूरा करने की जरूरत होती है। सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है। सरकार बजरी का रेट कोस्ट ऑफ प्रोडक्शन से हिसाब से तय करने पर विचार कर रही है, जिससे जनता पर बोझ न हो।
  • कांगड़ा में माइनिंग प्लान कुछ और था। इससे रॉयल्टी सरकार को नहीं मिल पाई। इसकी भी जांच करवाई जाएगी। साल का 500 करोड़ रुपये माइनिंग से रॉयल्टी का मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गलत किसी के साथ नहीं होगा, मगर जो कायदे-कानूनों के खिलाफ गैर कानूनी खनन करेगा, उस पर कार्रवाई होगी।
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