हिमखबर डेस्क
हिमाचल पुलिस में कांगड़ा जिला के बैजनाथ थाना में बतौर इंस्पैक्टर सेवाएं दे रहे पुलिस अधिकारी मुनीश शर्मा का साइबर कमांडो के तौर पर चयन हुआ है। मुनीश शर्मा ने 11 जनवरी को नेशनल फाॅरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित साइबर क्राइम कमांडो ट्रेनिंग एंट्रेंस एग्जाम में देशभर में 33वां और हिमाचल प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।
11 मई, 1994 को जन्मे हमीरपुर जिला के भोरंज उपमंडल के बधानी गांव से संबंध रखने वाले मुनीश शर्मा ने प्रारंभिक शिक्षा के बाद आगे की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बधानी से की। तदोपरांत मैरिट के आधार पर उनका चयन राजकीय तकनीकी महाविद्यालय हमीरपुर में इंजीनियरिंग में हुआ।
द्वितीय वर्ष में बतौर कांस्टेबल हिमाचल पुलिस में भर्ती होने के बाद द्वितीय बटालियन सकोह, गग्गल एयरपोर्ट, किन्नौर के विभिन्न थानों में इसी पद पर रहे। सेवाकाल के दौरान ही उन्होंने प्रदेश विश्वविद्यालय से स्नातक और इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से इतिहास विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि के साथ-साथ गोल्ड मेडल भी हासिल किया।
जल्द IIT में करेंगे ट्रेनिंग
वर्ष 2017 में वह बतौर उप निरीक्षक चयनित हुए. ट्रेनिंग के दौरान ही उन्होंने गोल्ड मैडल हासिल करते हुए ऑलराऊंडर, आऊटडोर तथा फायरिंग के क्षेत्र में खिताब भी हासिल किया। इसी कार्यकाल में वह सैंट्रल डिटैक्टिव इंस्टीट्यूट चंडीगढ़ क्रिप्टोकरंसी तथा साइबर क्राइम अन्वेषण, पुलिस अकादमी फिलौर से साइंटिफिक एविडैंस तथा ट्रैफिक इंस्टीट्यूट फरीदाबाद से रोड इन्वैस्टिगेशन ट्रेनिंग भी हासिल कर चुके हैं।
मुनीश कुमार ने बताया कि उन्हें देशभर के प्रतिष्ठित आईआईटी इंस्टीट्यूट में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा विशेष प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा और उसके बाद वह मूल स्थान या फिर केंद्रीय एजेंसी के साथ कार्य करेंगे। अपनी इस सफलता पर मुनीश शर्मा ने कहा कि बिजी शेड्यूल में से पढ़ने के लिए समय निकालना मुश्किल था, लेकिन उन्हें जब भी मौका मिला तो उन्होंने पढ़ाई की।
उन्होंने बताया कि वह IIT जाना चाहते थे और जब नौकरी के दौरान सालों बाद ऐसा मौका उन्हें मिला तो वह इसे गवाना बिल्कुल नहीं चाहते थे। मुनीश बताते हैं कि देर रात तक इसके लिए वह पढ़ते थे और अंत में उनकी मेहनत सफल हुई जिससे वह बेहद खुश हैं।