शिमला, 14 जनवरी – नितिश पठानियां
मंडी जिला के करसोग विधानसभा क्षेत्र के दिग्गज नेता रहे पूर्व मंत्री मनसा राम अब इस दुनिया में नहीं रहे। पिछले लगभग तीन हफ्ते से आईजीएमसी में भर्ती मनसा राम ने शनिवार को आखिरी सांस ली।
बताया जा रहा है कि 82 साल के पूर्व मंत्री मनसा राम किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। आईजीएमसी के एमएस डॉ राहुल राव ने उनके निधन की पुष्टि की है।
1967 में करसोग विधानसभा क्षेत्र से पहली बार निर्दलीय चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे मनसा राम 1972 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ते हुए वह हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के मंत्रिमंडल में पहली बार मंत्री भी बने।
1977 में मनसा राम को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 1982 में मनसा राम फिर से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे।
उस दौरान वे रामलाल की सरकार में मंत्री बने। मनसाराम ने करसोग से 12 विधानसभा चुनाव लड़े और 6 बार जीत हासिल कर विधानसभा में करसोग का नेतृत्व किया।
वहीं 1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी का दामन थामा व पार्टी टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल कर भाजपा को समर्थन देकर प्रेम कुमार धूमल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।
इसके बाद वर्ष 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की और वीरभद्र सरकार में सीपीएस के रूप में कार्य किया।
ऐसे में अपने 55 साल के राजनीतिक सफर में पूर्व मंत्री ने कई उतार चढ़ाव भी देखे हैं।