हिमखबर डेस्क
ऋषि धवन और सुमित वर्मा के बाद हिमाचल के कांगड़ा जिले के पालमपुर के रहने वाले क्रिकेटर पारस डोगरा ने भी क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। रणजी में 31 शतक लगाने वाले पारस अब अंतिम दो रणजी मैच खेलने के बाद किसी भी फार्मेट में नहीं खेलेंगे।
2001 में पारस डोगरा ने फास्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने क्रिकेट कॅरिअर में हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी और जम्मू कश्मीर की टीमों से रणजी, वनडे और टी-20 मैच खेले हैं। वर्तमान वह जम्मू-कश्मीर टीम के सदस्य हैं। 5 जनवरी 2025 को विशाखापट्नम में चंडीगढ़ के खिलाफ विजय हजारे का मैच खेलने के बाद पारस डोगरा ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। अब वह वनडे और टी-20 मैच नहीं खेलेंगे।
वहीं फरवरी में रणजी सीजन के बचे दो अंतिम मैच जम्मू-कश्मीर टीम से खेलने के बाद रणजी को भी अलविदा कह देंगे। पारस डोगरा ने 2001 से लेकर अब तक 140 रणजी मैच खेले हैं। इसमें पारस डोगरा ने 48.59 की औसत से 9719 रन बनाए। इसमें उन्होंने 31 शतक और 33 अर्धशतक बनाए हैं। 253 रन सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा।
हिमाचल की ओर पारस डोगरा ने 95 रणजी मैच में 6418 रन बनाए और 19 शतक लगाए। रणजी में हिमाचल की ओर से सात बार दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। क्रिकेटर पारस डोगरा ने कहा कि लंबे समय क्रिकेट खेलने के बाद उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। वह अब केवल रणजी के बचे दो मैच जम्मू कश्मीर टीम से खेलेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को क्रिकेट की बारीकियां सिखाएंगे।