भलाड- शिबू ठाकुर
युवा सोच पूर्व स्वयंसेवी युवा सेवा एवं खेल विभाग हिमाचल प्रदेश नितिश कुमार ने विश्व एनजीओ दिवस पर अपने विचार रखते हुए इस दिन के इतिहास और इसकी वर्तमान समय में जरूरत पर बात कहते हुए कहा कि आज विश्व एनजीओ दिवस है। यह हर साल 27 फरवरी को मनाया जाता है। इसे पहली बार साल 2014 में मनाया गया था। इसके बाद से हर साल 27 फरवरी को मनाया जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को एनजीओ के प्रति जागरूक करना और एनजीओ में कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करना है। भारत में भी एनजीओ यानी गैर सरकारी संगठन कार्यरत है। इस संगठन से जुड़े लोग जरूरतमंदो और जीवों की मदद करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति एक दूसरे के साथ जुड़कर एनजीओ के माध्यम से अपने अनुभवों को साझा कर लोगों की मदद करते हैं। आइए, विश्व एनजीओ दिवस के इतिहास और महत्व को जानते हैं।
27 फरवरी 2014 को पहली बार विश्व एनजीओ दिवस मनाया गया था इस प्रस्ताव को ब्रिटिश मानवतावादी मार्किस लिओर्स स्काड्मानिस ने पेश किया था, जिसे बाल्टिक सागर एनजीओ फोरम द्वारा मान्यता दी गई थी।
यह मान्यता 17 अप्रैल 2010 को मिली थी। इसके बाद 27 फरवरी 2014 को पहली बार विश्व एनजीओ दिवस मनाया गया। इसमें बाल्टिक सागर एनजीओ फोरम के सदस्य शामिल थे। समय के साथ इस फोरम अन्य देश भी जुड़ते गए और आज दुनियाभर में एनजीओ दिवस मनाया जाता है।