हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र में कांग्रेस विधायक द्वारा नशे को लेकर वकीलों पर की गई टिप्पणी पर जिला बार एसोसिएशन धर्मशाला ने ऐतराज जताया है। वकील वर्ग भी हर प्रकार के नशे के खिलाफ है। विधायक द्वारा सत्र के दौरान चिट्टे के विषय को रखते हुए वकीलों पर प्रहार किया है, जिससे प्रदेश के वकील उनकी टिप्पणी से आहत हैं।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट तरुण शर्मा ने कहा कि वकीलों पर की गई टिप्पणी को लेकर विधायक महोदय को सदन में माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम उन्हें भुगतने होंगे।
विधायक की ओर से कहा गया है कि वकीलों और उनकी संपत्तियों की जांच होनी चाहिए। किस मामले में कौन दोषी है और बेगुनाह है, यह देखना न तो विधायक और न ही वकीलों का काम है, बल्कि यह कार्य न्यायाधीशों का है।
उन्होंने कहा कि जिन विधायक महोदय ने वकीलों पर उंगली उठाई है, प्रदेश में उन्हीं की सरकार है। ऐसे में उन्हें चाहिए कि नशे के खिलाफ वे सरकार के माध्यम से सख्त कानून लेकर आए, जिससे कि नशा कारोबार में जुटे बड़े मगरमच्छों पर कार्रवाई की जा सके।