रामपुर के समेज में कुदरत के कहर में 36 लोग लापता, टूट रही जीवित होने की उम्मीद

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शिमला, 01 अगस्त – नितिश पठानियां                                                                             

शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के झाकड़ी इलाके में कुदरत का कहर देखने को मिला है। समेज और कंदराहड़ में गुरूवार तड़के बादल फटने के बाद आए सैलाब ने तबाही मचा दी। समेज सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। सैलाब में परिवार के कई परिवार लापता हो गए हैं।

सैलाब ने लोगों को सम्भलने का भी मौका नहीं दिया और वे घरों सहित बहा गए। झकझोर कर रख देने वाले इस कुदरती आपदा में अपने मासूम बच्चों सहित माताएं बह गईं। प्रशासन के मुताबिक इस त्रासदी में 36 लोग लापता हैं और इनके बचने की उम्मीद नहीं है। राहत व बचाव दलों ने दो मृतकों के अवशेष बरामद किए हैं।

प्रशासन ने व्यापक स्तर पर राहत व बचाव कार्य चला रखा है। समेज में स्थित 14 मेगावाट के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के सात कर्मचारी भी हादसे के बाद लापता हैं। बादल फटने की घटना का असर रामपुर से हजारों किलोमीटर दूर झारखंड में हुआ है। जहां के चार लोग लापता हैं। इनमें दो महिलाएं और उनकी दो बेटियां शामिल हैं। ये लोग झाकड़ी इलाके में रहकर मजदूरी करते थे।

बाढ़ प्रभावित इलाके में बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्य चल रहा है। लापता लोगों में चार प्रवासी मजदूर, 8 लोग रामपुर के कंदराहड़ खुश्वा क्षेत्र, ग्रींको हाइड्रो प्रोजेक्ट के सात कर्मचारी और 14 रामपुर के स्थानीय निवासी शामिल हैं।समेज में मजदूरी करने वाली झारखंड निवासी ममता पत्नी राज कुमार और उनकी मासूम बेटी मुस्कान, रूपनी देवी पत्नी भोला नाथ और उनकी बेटी अंजलि हादसे के बाद लापता हैं।

रामपुर के कुशवा बाइफ्रिकेशन के पास कंदराहड़ में सैलाब के बाद आठ लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है। इनमें कई परिवार शामिल हैं। इनमें कंदराहड़ निवासी 58 वर्षीय सूरत राम, उनकी पत्नी 54 वर्षीय संतोष कुमारी और बेटा 30 वर्षीय नीरज कुमार शामिल हैं।

इसी गांव की रचना (23) पत्नी राजेश कुमार भी लापता है। वहीं अनीता (40) पत्नी अशोक कुमार और उनकी बेटी योग (11) प्रिया पुत्री अशोक और उनके बेटे मुकेश (19) का भी अब तक सुराग नहीं मिला है। कुल्लू जिला के निरमंड का 55 वर्षीय वेद राज पुत्र कौल राम गांव भी लापता है।

सैलाब ने भारतीय अक्षय ऊर्जा कंपनी ग्रीनको के 14 मेगावाट के सुमेज जलविद्युत संयंत्र को भी जद में लिया है। कम्पनी के सात कर्मचारी भी हादसे के बाद लापता हैं। इनमें पुष्प देव शर्मा निवासी खुन्ना रामपुर, हरदीप सिंह निवासी नगरोटा बगवा कांगड़ा, हरदेव सिंह निवासी सैंज जिला कुल्लू, अजय कुमार निवासी शिलाई जिला सिरमौर, भाग चंद निवासी शिंगला रामपुर, सिद्धार्थ खेड़ा निवासी कांगड़ा औऱ रूप सिंह निवासी रामपुर शामिल हैं।

समेज गांव में आये सैलाब में 14 लोग लापता हैं। ये सभी सैलाब में बह गए। राहत व बचाव दलों को अब तक इनका पता नहीं लग पाया है। बचाव दलों ने दो मृतकों के अवशेष बरामद किए हैं।

इनमें शिक्षा (37) पत्नी गोपाल निवासी रामपुर व उनकी 15 वर्षीय बेटी जिया, कल्पना (34) पत्नी जय सिंह निवासी गांव कांदरी रामपुर, उनकी बेटी अक्षिता (7) व बेटा अद्विक (4), कृष्णा देवी (70) पत्नी स्वर्गीय पुरूषोत्तम निवासी सरपारा रामपुर, श्याम सिंह (39) पुत्र चंदर सिंह ग्राम समेज, उनकी पत्नी सरस्वती (33), उनकी पुत्री आरुषि (13) पुत्री श्याम सिंह ग्राम समेज, उनका बेटा अरुण (15) निवासी ग्राम समेज उम्र 15 साल, तनु केदारटा (15) पुत्री रविंदर केदारनाथ और रानू केदारटा (16) पुत्री रविंदर केदारटा निवासी गांव समेज औऱ मंगला देवी (70) पत्नी सुना राम निवासी गांव समेज शामिल हैं।

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