शाहपुर – नितिश पठानियां
शाहपुर ब्लॉक् कांग्रेस ने रैत कांग्रेस कार्यालय में आज देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री, दूरदर्शी नेता, भारत को तकनीकी क्रांति देने वाले, मां भारती के वीर सपूत भारत रत्न राजीव गांधी जी की 31वी पुण्यतिथि ब्लॉक् कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत राणा की अध्यक्षता में भारत रत्न राजीव गांधी की प्रतिमा पर फूल अर्पित करके श्रधांजलि दी।
सुरजीत राणा ने पूर्व राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर अपने विचार रखे और कहा कि राजीव गांधी की राजनीति में कोई रूचि नहीं थी और वो एक एयरलाइन पाइलट की नौकरी करते थे। परन्तु 1980 में अपने छोटे भाई संजय गांधी की एक हवाई जहाज दुर्घटना में असामयिक मृत्यु के बाद माता इन्दिरा गाँधी जी को सहयोग देने के लिए सन् 1981 में राजीव गांधी ने राजनीति में प्रवेश लिया।
वो अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीत कर सांसद बने और 31 अक्टूबर 1984 को अंगरक्षकों द्वारा प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी की हत्या किए जाने के बाद भारत के प्रधानमन्त्री बने और अगले आम चुनावों में सबसे अधिक बहुमत पाकर प्रधानमन्त्री बने रहे।
राजीव गांधी भारत में सूचना क्रान्ति के जनक माने जाते हैं. देश के कम्प्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रान्ति का श्रेय उन्हें जाता है. स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33% रिजर्वेशन दिलवाने का काम उन्होंने किया । मतदाता की उम्र 21 वर्ष से कम करके 18 वर्ष तक के युवाओं को चुनाव में वोट देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिलवाया।
चुनावों का प्रचार करते हुए 21 मई, 1991 को ‘लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम’ नामक आतंकवादी संगठन के आतंकवादियों ने राजीव गांधी की एक बम विस्फ़ोट में हत्या कर दी।कांग्रेस ने अपने विज्ञापन में 21वीं सदी के आधुनिक भारत के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की नींव रखने का श्रेय कांग्रेस के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया है।
कांग्रेस ने दावा किया है कि राजीव गांधी के कार्यकाल में ही सबसे पहले राम राज्य की नींव रखी गई थी। राजीव गांधी ने देश वासियों के लिए 21वीं सदी के आधुनिक भारत के निर्माण की कोशिश के साथ ही भारतीयों की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया था।
कांग्रेस ने जिन बातों का जिक्र किया है, उसमें महात्मा गांधी के रामराज्य की भावना का प्रभाव राजीव पर था और उन्हीं की कोशिशों के कारण 1985 में दूरदर्शन ने रामानंद सागर के रामायण का प्रसारण शुरू किया था। 1986 में यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह को राम जन्मभूमि स्थल के ताले खोलना पड़े थे।
नवंबर 1989 में राम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी गई थी और तत्कालीन गृह मंत्री बूटा सिंह को शिलान्यास में शामिल होने के लिए भेजा गया था। चेन्नई में राजीव गांधी ने अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राम मंदिर अयोध्या में ही बनेगा।
ये रहे मोजुद
इस अबसर पर ब्लॉक् कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत राणा, महिला कांग्रेस ब्लॉक् अध्यक्ष नीना ठाकुर,सोशल मीडिया ब्लॉक् कांग्रेस प्रभारी विनय ठाकुर, कर्ण परमार पिंटू परमार पूर्व प्रधान,एस०टी०प्रकोष्ठ ब्लॉक् कांग्रेस अध्यक्ष बाली राम,निर्मल सिंह भूतपूर्व सैनिक ब्लॉक् कांग्रेस लीग अध्यक्ष, अजय बबली प्रधान,हितेष चौधरी पंचायत समिति,प्रदीप बलोरिया ,राजेश्वरी राणा पूर्व प्रधान,जानवी महाजन, नम्रता मेहरा,रीना पठानिया, सुषमा देवी,अनिता धीमान,शेर सिंह,विपुल पटाकू,जागीर सिंह,पुष्पा जरयाल,आशा देवी पंचायत समिति सदस्य,मुनीश पटियाल युवा ब्लॉक् कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष,देव राज पूर्व प्रधान,हरनाम चम्बयाल पूर्व पंचायत समिति,सुरेश मेहरा,अमर नाथ पुर्व उप प्रधान,कुलभूषण चौहान रिटायर प्रिंसिपल, अमर नाथ,कमल कटोच पूर्व प्रधान,संजय चौधरी,विपन शर्मा,आदि गणमान्य कांग्रेस जन मौजूद थे