ऊना – अमित शर्मा
जिला ऊना के बदोली गांव में वनरक्षक राजेश कुमार को अंतिम विदाई देने के बाद रेस्ट हाऊस में पहुंचे वन मंत्री राकेश पठानिया की गाड़ी को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर काफिला रोक दिया।
मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने पहले युकां कार्यकर्ताओं को हटाने का प्रयास तक नहीं किया। बाद में कुछ पुलिस वालों ने युकां कार्यकर्ताओं को गाड़ी के आगे से जबरन हटाया।
पुलिस प्रशासन के तरफ से युकां कार्यकर्ताओं पर पानी फेंका गया। युवा कांग्रेस नेता अमित पठानिया ने कहा युकां पुलिस के किसी अधिकारी व कर्मी के खिलाफ नहीं है।
जिस तरह का बर्ताव पुलिस ने युकां के साथ किया है, वह निंदनीय है, क्योंकि युकां पुलिस में भर्ती न होने वाले बेराेजगार युवाओं के हितों की पैरवी के लिए धरना प्रदर्शन कर रही है।
हिमाचल प्रदेश युकां के उपाध्यक्ष अमित पठानिया समेत अन्य नेताओं का कहना है प्रदेश में पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को इतने दिन होने के बावजूद असली आरोपितों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई।
वन मंत्री की गाड़ी रोकने का मकसद महज इतना था जिन लोगों ने पेपर बेचा है। उन्हें आज दिन तक क्यों नहीं पकड़ा गया। पेपर लीक कांड क्यों हुआ, किस के इशारे पर हुआ। इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। जबकि पेपर देने वालों को पकड़ा गया, जबकि उन्हें तो बाद में भी पकड़ा जा सकता था।
सबसे पहले उन लोगों को पकड़ना चाहिए, जिन्होंने पेपर को बेचा है। कितने में बेचा। इस मामले में कौन पुलिस अधिकारी आरोपित है। इसलिए प्रदेश के डीजीपी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
हैरत का विषय है अब तक जो जांच की गई। उसमें क्या निकला है, उसके बारे में प्रदेश की जयराम सरकार कुछ भी बोलने से क्यों बच रही है।
उन्होंने कहा कि जब तक प्रदेश के 74 हजार लोगों को पेपर लीक मामले में इंसाफ नहीं मिल जाता। तब तक युकां का प्रदर्शन जारी रहेगा।
अमित पठानिया ने घोषणा की जब तक पेपर लीक मामले के सभी आरोपितों को पकड़ा नहीं जाता, तब तक प्रदेश सरकार के मंत्रियों का घेराव किया जाएगा।