शिमला- जसपाल ठाकुर
फर्जी डिग्री मामले के आरोपी एवं मानव भरती विश्वविद्यालय के मालिक राजकुमार राणा के 191 बैंक खाते हैं। पुलिस एसआईटी की जांच में इसका खुलासा हुआ है। इन खातों को फ्रीज कर लिया गया है। इसके अलावा ईडी ने 194.17 करोड़ की संपत्ति जब्त भी की है।
आरोपी की राजस्थान में विश्वविद्यालय समेत 5 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियां हैं। फर्जी डिग्रियां देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक बंटी हैं। 20 हजार एजेंटों की मदद से इस कारनामे को अंजाम दिया गया है। जांच के दौरान 64 हार्ड डिस्क और 12 मोबाइल फोन भी फोरेंसिक लैब भेजे गये। जांच में पाया गया कि 41479 डिग्रियां मानव भारती विश्वविद्यालय की हैं, जिनमें 36,424 फर्जी हैं।
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने यह जानकारी कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा की ओर से विधानसभा में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में दी। राणा ने यह मामला सीबीआई को देने की पैरवी की। मंत्री ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। अगर 2012 से ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो अब तक आरोपी राणा को सजा मिल चुकी होती।
यह मामला 2016 में सामने आया, जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, उस समय प्राइवेट यूनिवर्सिटी रेगुलेटरी कमीशन ने भी कहा था कि मानव भारती यूनिवर्सिटी में फर्जी कोर्स चल रहे हैं और फर्जी डिग्रियों का मामला भी सामने आया। 16 जनवरी, 2020 को यह मामला कमीशन को भेजा गया था। इसके बाद मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गईं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन तीनों एफआईआर में 62 धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए।
मामले की जांच के लिए 19 सदस्यों की एक एसआईटी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि मानव भारती एजुकेशन ट्रस्ट के भी सभी खातों को अटैच कर लिया गया। इसके अलावा ट्रस्ट की जमीन भी अटैच की गई है। ईडी ने 194.17 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया है।
राज कुमार राणा की पत्नी और बेटी के लुक आउट नोटिस भी जारी कर दिए हैं। 2016 में कमीशन ने भी मानव भारती विश्वविद्यालय को डिग्रियों की जानकारी वेबसाइट पर डालने के आदेश दिए थे, लेकिन उस समय इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।