पठानकोट- भुपिंद्र सिंह राजू
बाल दिवस के दिन पर दो छोटे-छोटे चार-पांच साल के बच्चे जिनका नाम लव कुश और किट्टू बताया गया। वह अपने माता-पिता से बिछड़ कर खो गए थे और अपने माता-पिता की तलाश में शहर में इधर उधर भटक रहे थे जिनके ऊपर एडवोकेट ज्योति पाल भीम (भीम सेना) प्रमुख की नजर पड़ी तथा खोज करने पर पता चला यह बच्चे गुम हुए हैं।
ज्योति पाल ने अपनी टीम को साथ में लेकर पूरे शहर में बच्चों के माता-पिता को ढूंढा चारों तरफ मैसेज लगाया। यह बच्चे बिहार राज्य के होने के कारण काफी मुश्किलें आई । काफी मेहनत के बाद इन बच्चों का पता पीपला मोहल्ला पदडोया मिला। फिर एडवोकेट ज्योति पाल भीम ने अपनी टीम को साथ में लेकर उस मोहल्ले में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद बच्चों को उनके माता-पिता के सुपुर्द किया। माता-पिता को भी समझाया कि वह अपने बच्चों का ध्यान रखें। इसके पिता का नाम वृंदा साहनी और माता का नाम रमा देवी पता चला। बच्चों का पूरा नाम रिंकेश कुमार किट्टू तथा लव कुश था।
इस मौके पर चाइल्ड हेल्पलाइन के ऑफिसर भी पहुंचे परंतु तब तक बच्चों के माता-पिता का पता चल चुका था। एडवोकेट ज्योति पाल भीम ने सिकंदर प्रधान बाल्मीकि सभा चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर दीपक कुमार गुलशन कुमार निका का धन्यवाद किया जिन्होंने बड़ी मुश्किल से मेहनत कर बच्चों के माता-पिता का पता लगाया। साथ में चाइल्ड हेल्पलाइन ऑफिसर कभी धन्यवाद किया।