काँगड़ा- राजीव जस्वाल
इलेक्ट्रो होम्योपैथी डाक्टर एसोसिएशन प्रदेश व केंद्र सरकार से पिछले लंबे समय से इलेक्ट्रो होम्योपैथी के नियमतिकरण की मांग उठा रही है। बावजूद इसके प्रदेश में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, इस वर्ग को सिर्फ आश्वासन ही मिलें हैं। अब एसोसिएशन ने आंदोलन का रास्ता चुन लिया है। जिसके चलते अब 14 अप्रैल तक एसोसिएशन की मांग पर कोई ठोस व उचित कदम नहीं उठाया जाता है तो एसोसिएशन द्वारा राजनीतिक पार्टी बनाकर चुनावी वर्ष में सरकार के समक्ष चुनौती पेश की जाएगी।
धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल इलेक्ट्रो होम्पयोपैथी एसोसिएशन के चैयरमैन डा. संजीव शर्मा ने कहा कि वर्ष 1988 से लेकर अभी तक इस चिकित्सा पद्धति के नियमतिकरण को लेकर मांग उठाई जा रही है। इस चिकित्सा पद्धति के रजिस्ट्रेशन को लेकर सरकारों ने केवल उन्हें आश्वासन ही दिए हैं।
वर्तमान में इस चिकित्सा पद्धति के अंतर्गत 10 हजार पंजीकृत डाक्टर हैं। यह चिकित्सक ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं जहां पर सरकार कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं पहुंचा पाई है। उन्होंने कहा कि अब एसोसिएशन ने सरकार को 13 अप्रैल तक का समय दिया है और इस दौरान उनकी मांग को पूरा नहीं किया जाता है तो आगामी विधानसभा चुनाव में सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार को उतारा जाएगा।