मंडी – अजय सूर्या
मंडी जिला के पधर उपमंडल में द्रंग चौकी को पधर शिफ्ट करने का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते साल अगस्त माह में इस चौकी को थाने में अपग्रेड कर पधर शिफ्ट दिया गया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों में प्रदेश सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है।
सूबे के सीएम द्वारा भी केवल मात्र आश्वासन दिए जाने के बाद चौकी को द्रंग में पुनर्स्थापित करने के लिए यहां के लोगों ने अब आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है। भारी बारिश के बीच टांडू ग्राम पंचायत के युवा प्रधान शुभम शर्मा के नेतृत्व में दर्जनों महिलाएं और युवाओं ने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
वहीं इस मौके पर युवाओं ने बाइक रैली भी निकाली। लोगों को कहना है कि मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू द्वारा द्रंग चौकी को फिर से यहां नहीं खोला जाता है तो आने वाले समय में सड़कों पर उतर कर चक्का जाम किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
इस मौके पर टांडू पंचायत के प्रधान शुभम शर्मा ने बताया कि बीते एक साल से थाना प्रभारी से लेकर एसपी मंडी को कई बार ज्ञापन दिए गए। पंचायत का प्रतिनिधिमंडल कई नेताओं, मंत्रियों से मिला, यहां तक की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू से भी मुलाकात की। उस वक्त आश्वासन मिला था की चुनावी आचार संहिता खत्म होते ही इस मुद्दे को हल किया जाएगा। लेकिन आचार संहिता खत्म होने के बाद भी सीएम इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
प्रधान शुभम शर्मा ने बताया कि यहां कई दशकों से द्रंग चौकी हुआ करती थी, आज यह भवन खंडहर बन गया है। जहां अभी पद्धर थाने को चलाया जा रहा है वहां पर भवन तक नहीं बना है। शुभम शर्मा ने कहा कि यह मुद्दा सिर्फ एक पंचायत से जुड़ा नहीं है अपितु द्रंग चौकी से साथ लगती कई पंचायतों की सुरक्षा से जुड़ा है।
यहां के स्थानीय लोगों की मांग है कि पहले की तरह उन्हें द्रंग में चौकी चाहिए। क्योंकि इलाके में अपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही है और यहां से रिपोर्ट लिखाने के लिए पधर थाने पहुंचाना मुश्किल हो जाता है।
प्रदर्शन में शामिल स्थानीय महिला रमा देवी ने कहा कि लोगों को इस बात से आपत्ति नहीं है की पद्धर में थाना खोला गया है। आपत्ति सिर्फ इस बात से है की द्रंग की चौकी को क्यों बंद किया गया।
वहीं स्थानीय निवासी रिटायर्ड ऑनरी कैप्टन प्रेम सिंह ने कहा की यह चौकी राजाओं के समय की थी और आज यह जगह नशेड़ियों का अड्डा बनती जा रही है।