बड़सर – अनिल कपलेश
जिला महासचिब पवन कालिया ने प्रेसवार्ता बार्त्ता में कहा कि बिझड़ी से पपलोहल तक सड़क 4.300 किलोमीटर में सड़क ज्यादा खराब होने की बजह से इसपर पहले पैच वर्क कर टायरिंग करनी थी। ठेकेदार द्वारा काम शुरू करते ही बारिश पड़ गई और सड़क में पानी खड़ा हो गया था लेकिन ठेकेदार ने वारिश रुकने के बाद गीली मिट्टी पर ही बिना टेम्प्रेचर चेक किये टायरिंग कर दी और कहीं भी पैच वर्क नहीं किया।
सहायक अभियंता लोक निर्माण बिभाग को फोन कर बताया की दो जगह टायरिंग नहीं कि तो बोला कि यहाँ सोलिंग, बियरिंग नहीं हुई है, अगर ऐसा है तो इससे पहले भी उस पोर्शन पर टायरिंग हुई थी तो बिभाग ने पहले क्यों करबाई थी? इससे विभागीय लापरवाही का पता चलता है कि बिभाग कितनी जिम्मेबारी से काम करता है।
इसी बजह से लोगों के बुलाने पर ठेकेदारों के डर से बिभाग का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं आया और ठेकेदार सड़क को दो दिन में काली कर चला गया उसमें ऊपर से रेते का कोड भी नहीं किया। रोलर कितना घुमाया कोई चैक नहीं।
कालिया ने कहा कि विभागीय कर्मचारी क्या सिर्फ ठेकेदार का बिल बनाने तक ही सीमित हैं और कोई इनकी जिम्मेदारी नहीं है। अगर कर्मचारी ऐसे ही ठेकेदारों से डरते रहेंगे और ठेकेदार अपनी मनमर्ज़ी करते रहेंगे तो कैसे चलेगा? क्योंकि ऐसी ही लापरवाही बिभाग की दो दिन पहले बिझड़ी उखली वाया धंगोटा सड़क पर भी देखने को मिली है।
इसी सड़क को बिझड़ी से उखली नबार्ड के माध्यम से काम करने का ठेका ठेकेदार को दिया था। जिसमें पाँच वर्ष तक सड़क का रखरखाव ठेकेदार ने ही करना था लेकिन बिझड़ी से उखली तक सड़क की टायरिंग उखड़ने पर, बिभाग ने सात किलोमीटर टायरिंग करने का ठेका पाँच वर्ष पूरा होने से पहले ही ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिये दुबारा दे दिया और ये सात किलोमीटर में ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की एवज में दुबारा टायरिंग करबा दी। ये लोगों की समझ से परे है की बिभाग इस क्यों कर रहा है?
कालिया ने सरकार से माँग की है कि इसकी जाँच की जाए, की जब सड़क का रख-रखाव ठेकेदार के पास था तो, समय से पूर्ब बिभाग ने सड़क पर दुबारा टायरिंग क्यों करबाई? और जब सड़क पर काम चला होता है तो, बिभाग का कोई भी कर्मचारी काम बाली साईट पर काम की गुणबत्ता देखने के लिये क्यों नहीं होता है?