बिलासपुर – सुभाष चंदेल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के छोटे बेटे हरीश की शादी की धाम बिलासपुर के विजयपुर में 28 जनवरी को होगी। हरीश की शादी की सारी रस्में और शादी राजस्थान के जयपुर के राजमहल पैलेस होटल में संपन्न हुई।
अब नड्डा परिवार बिलासपुर आ रहा है। हरीश भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के छोटे बेटे हैं। बड़े बेटे गिरीश चंद्र की शादी भी राजस्थान के व्यवसायी घराने में हुई है। वहीं अब छोटे बेटे हरीश की शादी भी जयपुर के व्यवसायी घराने में हुई है।
जयपुर के रमाकांत शर्मा की बेटी रिद्धि से हरीश ने शादी की है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रवक्ता स्वदेश ठाकुर ने बताया कि 28 जनवरी को जेपी नड्डा के आवास विजयपुर में उनके पुत्र की शादी का समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रदेश के लोगों के लिए धाम का आयोजन होगा।
जयपुर में हुई शादी में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल कलराज मिश्र, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री हरीश चौधरी, भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति सदस्य ओम प्रकाश माथुर, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, भाजपा सांसद दीया कुमारी जैसी हस्तियां शामिल हुईं।
होगा भव्य रिसेप्शन
28 जनवरी को हरीश और रिद्धि का आशीर्वाद और स्वागत समारोह के साथ प्रीतिभोज रखा गया है। दोपहर 12.30 बजे से समारोह नड्डा निवास पर शुरू होगा, जिसमें हिमाचल और बिलासपुर के स्थानीय रिश्तेदार-परिचित और बीजेपी नेता आएंगे।
शादी का भव्य आशीर्वाद समारोह पांच फरवरी को दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है। दिल्ली में कई राजनीतिक पार्टियों के नेता और बिजनेसमैन भी आशीर्वाद समारोह में पहुंचेंगे।
नड्डा के दोनों बेटों की राजस्थान में शादी
जेपी नड्डा के दोनों बेटों की शादी का नाता राजस्थान से जुड़ा है। इससे पहले फरवरी 2020 में जेपी नड्डा के बड़े बेटे गिरीश नड्डा की शादी हनुमानगढ़ के रहने वाले कारोबारी अजय ज्याणी की बेटी प्राची से हो चुकी है।
पुष्कर में गुलाब बाग पैलेस में हिमाचली और राजस्थानी रीति-रिवाज से शादी हुई थी। इस शादी के बाद भी दिल्ली में अलग से रिसेप्शन रखा गया था।
राजस्थान से विदाई के बाद हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पैतृक निवास में वधू को गृह प्रवेश करवाया गया था। जिसके बाद रिश्तेदार, सगे संबंधियों और नेताओं के लिए खास धाम का आयोजन किया गया था।