बर्ड फ्लू के लक्षणों के प्रति रहे जागरूक.

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कांगड़ा, राजीव जसवाल

एसडीम कांगड़ा ने लोगों से बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए इसके लक्षणों के प्रति और बचाव के प्रति सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने यह जानकारी दी है, कि ज्यादातर लोगों को बर्ड फ्लू के लक्षणों और इससे बचाव की जानकारी नहीं है। और जिससे लोगों में अफवाहों के कारण अनेक तरह की भ्रांतियां पैदा हो जाती है। इसलिए लोगों को इस फ्लू के प्रति सचेत होना बहुत आवश्यक है। यह फ्लू पक्षियों में अधिक पाया जाता है और कबूतर, बत्तख, कौवा और मुर्गों में यह वायरस बहुत अधिक जल्दी फैलता है, यदि एक पक्षी भी इसकी चपेट में है तो वह बहुत जल्दी सभी को अपनी चपेट में ले सकता है।

यह वायरस किसी भी व्यक्ति से व्यक्ति में बहुत कम फैलता है परंतु पक्षियों और जानवरों से किसी भी व्यक्ति में फैल सकता है यदि कोई व्यक्ति इस बर्ड फ्लू वाले एरिया के संपर्क में आ जाता है, तो उसके कपड़े उसके शूज या किसी भी बॉडी पार्ट को छूकर यह फ्लू उसके घर तक पहुंच सकता है, और इसी के अतिरिक्त यदि कोई बर्ड फ्लू संक्रमित भोजन करने से जिसे सही तरह से नहीं पकाया गया है। उस स्थिति में भी यह वायरस व्यक्ति के अंदर जा सकता है।

बर्ड फ्लू की मृत्यु दर बहुत अधिक लगभग 50% है। जबकि कोरोनावायरस से मरने की दर लगभग 2% तक है। इस बर्ड फ्लू से बचने के लिए हाथ अच्छे से धोएं, पक्षियों और मुर्गों का काम करने वाले हाथों में ग्लव्स पहने, लोगों को ऐसे एरिया से दूर रहना है, जहां पर इसका असर देखा गया है।क्योंकि जहां पर यह वर्ल्ड फ्लू पाया जाता है, वहां 5 से 7 किलोमीटर के एरिया तक इसका बहुत अधिक असर देखा जाता है।

यदि कोई व्यक्ति ऐसा किसी पक्षी में लक्षण देखता है, तो उसकी जानकारी अवश्य दें

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