ज्वाली, अनिल छांगू
एक बार फिर फिर से प्राणी विभाग द्वारा विश्व बैट लैंड पौंग झील में पर्यटकों को आने जाने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है । अब कोई भी पर्यटक झील के किनारे नहीं जाएगा क्योंकि जिस तरह से झील में प्रपवासी पक्षियों की मौत हुई है और हो रही है उसको देखते हुए वन्य प्राणी विभाग द्वारा शुक्रवार से पर्यटकों को घूमने के लिए पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बात की जानकारी तथा प्रेस सूचना वन्य प्राणी विभाग से प्रधान मुख्य अरण्य पाल अर्चना शर्मा द्वारा जारी की गई है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से झील के किनारे बहुत से प्रवासी पक्षी फिर से मरे हुए पाए गए हैं। करीब 50 से अधिक प्रवासी पक्षी फिर से झील के किनारे मरे हुए मिले हैं ।
इसके चलते विभाग ने कड़ा फैसला लिया है । जबकि गत कुछ माह पहले वार्ड फ्लू के कारण करीब 5000 से अधिक प्रवासी पक्षी मर चुके थे और सरकार द्वारा 2 महीने के लिए पहले भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया था। (मछुआरों के लिए भी) लेकिन अभी तक ऐसा मछुआरों पर लागू नहीं है।
मछुआरे झील में मछली पकड़ने के लिए जा सकते हैं, लेकिन किसी भी मरे हुए पक्षी को वह देखें तो तुरंत विभाग को सूचित करे तथा किसी पक्षी को हाथ न लगाएं।
उधर वन्य प्राणी विभाग द्वारा मरे हुए पक्षियों के सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेज दिए गए हैं । इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि क्या फिर से कहीं वार्ड फ्लू से इनकी मौत तो नहीं हो रही है। यदि ऐसा हुआ तो विभाग फिर कड़े फैसले ले लेगा ।
इस बात की जानकारी वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ राहुल रूहाने द्वारा दी गई। गौरतलब है कि वन्य प्राणी विभाग की टीम डीएफओ के साथ झील के किनारे लगातार इन मरे हुए पक्षियों को इकट्ठा कर रही है और इनको जलाया जा रहा है।