बच्चों के सामने निर्वस्त्र होकर लीं फोटो: अश्लील वीडियो भी दिखाया, सहमे बच्चों ने आपस में की चर्चा तो धमकाया

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बच्चों से अप्राकृतिक दुष्कर्म का आरोपी सुनील शुक्ला की घिनौनी करतूत सामने आई है। सुनील बच्चों को अपने कमरे में ले जाता था और उनके सामने निर्वस्त्र हो जाता था। निर्वस्त्र होकर ही सभी बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाता था। 

व्यूरो रिपोर्ट

बच्चों से अप्राकृतिक दुष्कर्म के आरोपों से घिरे सुनील शुक्ला की घिनौनी करतूत सामने आई है। आरोप है कि वह बच्चों को अपने कमरे में ले गया और उनके सामने निर्वस्त्र हो गया।

निर्वस्त्र होकर ही सभी बच्चों के साथ फोटो खिंचवाई। इसके बाद सभी बच्चों के साथ बारी-बारी से गलत काम किया और उन्हें अश्लील वीडियो भी दिखाया। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करके जांच कर रही है।

मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला ने पुलिस को बताया कि बिहार निवासी एक परिवार उसके पड़ोस में किराये पर रहता है। उस परिवार की महिला सुनील शुक्ला के घर में झाड़ू-पोछा का काम करती है।

बीते 20 जून को सुनील के घर में काम करने वाली महिला का 12 वर्षीय बेटा अपने साथ उसके 12 वर्षीय पुत्र और पड़ोस के 10 व 11 वर्षीय दो अन्य बच्चों को लेकर सुनील शुक्ला के घर गया।

सुनील ने सभी बच्चों को कॉपी-किताब देने की बात कही थी, लेकिन उसका मकसद कुछ और था। अप्राकृतिक दुष्कर्म के बाद बच्चों को जातिसूचक गालियां देते हुए धमकाया और कहा कि यदि किसी से कुछ बताया तो अंजाम भुगतना होगा। सुनील शुक्ला के घर पर जो महिला काम करती थी, उसके बेटे से और बच्चों को बुलाने की बात कहा जा रहा था।

बच्चों की बातें सुनकर मुहल्ले के व्यक्ति ने जानकारी दी

मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला ने बताया कि सुनील शुक्ला की करतूत और उसकी धमकी से चारों बच्चे डरे हुए थे। किसी भी बच्चे ने अपने घर के किसी सदस्य से कोई बात नहीं बताया था।

चारों बच्चों की आपस की चर्चा को मुहल्ले के ही एक व्यक्ति ने सुन लिया था और फिर उसने हकीकत बताई। तब जाकर बच्चों से पूछताछ की गई तो उन्होंने आपबीती सुनाई।

जानकारी मिलते ही तत्काल गए थे संकटमोचन चौकी

बृहस्पतिवार की दोपहर चारों बच्चों की माताओं ने लंका थाने में पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही बीते एक जून को संकटमोचन पुलिस चौकी पर शिकायत की गई थी।

मगर, संकटमोचन चौकी की पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद लंका थाने की पुलिस से शिकायत की, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर धैर्य जवाब दे गया और वह दोबारा लंका थाने आने को बाध्य हुईं।

मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला ने कहा कि लंका थानाध्यक्ष ने सुनील शुक्ला को हवालात में डाल दिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि वह सजा से बच नहीं पाएगा। लंका थानाध्यक्ष की कार्रवाई और बातों से आश्वस्त होकर घर चले आए।

अश्वनी पांडेय, लंका थानाध्यक्ष के बोल 

तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ अदालत में प्रभावी तरीके से पैरवी कर उसे कठोर सजा दिलाई जाएगी।

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