शिमला, 21 जून – नितिश पठानियां
राजधानी शिमला के एक बैंक में शातिरों ने फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों के जरिये 20 लाख का लोन ले लिया। इस धोखाधड़ी में बैंक के अधिकारी की संलिप्तता का भी अंदेशा है।
पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस थाना छोटा शिमला में इसे लेकर एफआईआर दर्ज करवाई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। फर्जी होम लोन के मामले से बैंक अधिकारी की कार्य प्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है।
मामले के अनुसार ठियोग निवासी सुनील शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि विक्रम चंदेल ने फर्जी एग्रीमेंट, बिक्री विलेख और बंधक विलेख तैयार कर उसके नाम पर 20 लाख का होम लोन लिया है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसे यह भी पता चला है कि ऋण पत्रों में एग्रीमेंट, बिक्री विलेख और बंधक विलेख फर्जी है जिसमें विक्रम चंदेल को विक्रेता और मुझे खरीददार दिखाया गया है।
जबकि उसने न तो बिक्री विलेख में दिखाया गया फ्लैट विक्रम चंदेल से खरीदा है और न ही उसने बैंक से कोई ऋण लिया है।
पीड़ित ने बताया कि यह सारा फर्जीवाड़ा विक्रम चंदेल ने बैंक के तत्कालीन मैनेजर के साथ मिलीभगत कर किया है। ऐसे में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
बहरहाल, शिमला पुलिस ने शिकायत के आधार पर 409, 420, 467, 468, 471, 120-बी आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है और कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।