ऐतिहासिक स्थल के पानी से बाहर निकलते ही पर्यटकों का आगमन शुरू, रोजाना बाहरी राज्यों से पहुंच रहे सैकड़ों पर्यटक
ज्वाली – अनिल छांगु
पौंग झील के मध्य पांडवों द्वारा अज्ञातवास के दौरान निर्मित की गई बाथू दी लड़ी ऐतिहासिक स्थल के पानी से बाहर निकलते ही पर्यटकों का आगमन शुरू हो गया है। रोजाना सैकड़ों पर्यटक दूरदराज से यहां बाथू दी लड़ी ऐतिहासिक स्थल के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। हालांकि इस स्थल में हर वर्ष किसी न किसी पर्यटक की नहाने से मौत होती है।
रंगों के त्योहार होली पर भी बाथू दी लड़ी ऐतिहासिक स्थल पर काफी संख्या में दूरदराज से पर्यटक होली पर्व मनाने पहुंचे तथा शाम तक खूब गुलाल उड़ाया। सुबह से लेकर शाम तक पर्यटक होली पर्व मनाते रहे व चौपहिया वाहनों में म्युजिक लगाकर डांस करते रहे तथा पर्व को मनाने के उपरांत झील के गहरे पानी में स्नान किया।
हालांकि पर्यटकों को इस पानी की गहराई का अनुमान नहीं होता और न ही पर्यटक तैराकी के गुर जानते हैं तथा ऐसे में पर्यटक पानी में समा जाने से मौत का ग्रास बन सकते हैं। हालांकि पौंग झील का जलस्तर कम होने से बाथू दी लड़ी का ऊपरी हिस्सा ही पानी से बाहर निकला है जबकि इसके चारों तरफ घर पानी है और अभी से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है।
स्थानीय लोग तैराकी के गुर जानते हैं तथा झील के गहरे पानी में नहा कर बाहर निकल आते हैं, जबकि बाहरी पर्यटकों को पानी की गहराई व तैराकी के गुर न होने के कारण वे गहरे पाई में नहाने को उतर जाते हैं और डूबने से मौत का ग्रास बन जाते हैं।
प्रशासन द्वारा इस स्थल को जाने वाले रास्ते पर पर्यटकों के लिए चेतावनी बोर्ड लगाया गया है कि कोई भी झील के गहरे पानी में नहाने को न उतरे लेकिन पर्यटक इसकी अनदेखी करके पानी मेम नहाने को उतर रहे हैं। -एचडीएम
झील में कोई नहाता पाया गया तो होगी कार्रवाई
एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने बताया कि बाथू दी लड़ी ऐतिहासिक स्थल पर पुलिस गश्त लगा रही है। अगर कोई झील में नहाता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
एसडीएम महेंद्र प्रताप सिंह के बोल
उपमंडलाधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बाथू दी लड़ी ऐतिहासक स्थल पर पुलिस को गश्त लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं तथा उन्होंने पर्यटकों से भी आग्रह किया है कि झील के गहरे पानी में नहाने को न जाएं।
बाथू दी लड़ी में लगाई जाए पुलिस
बुद्धिजीवियों ने प्रशासन से मांग की है कि बाथू दी लड़ी में पुलिस लगाई जाए तथा सैलानियों को घुमाने वाली किश्तियों को बन्द करवाया जाए ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो।