कांगड़ा, राजीव जसवाल
मटौर में भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ की बैठक का आयोजन आज रविवार काे किया गया।बैठक में विभिन्न कर्मचारी संगठन शामिल हुए, इस दौरान सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी समस्याओं पर विचार-विमर्श करने के साथ-साथ सरकार के समक्ष अपनी मांगें भी रखीं।
बैठक में जिला परिषद कांगड़ा के अध्यक्ष रमेश बराड़ और पूर्व विधायक संजय चौधरी विशेष रूप से मौजूद रहे, बैठक के बाद अखिल भारतीय पेंशन कर्मचारी संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पेेंशन एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बैठक के विषय संबंधी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश में राज्य सरकार के निर्माण में कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों का अहम किरदार रहता है, लेकिन उनकी मांगों और दिक्कतों को दरकिनार कर सरकार उनकी उपेक्षा करने में जुटी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के तीन साल गुजर जाने के बाद भी जेसीसी की बैठक नहीं हो पाई है और न ही अभी तक कल्याण बोर्ड का गठन हो पाया है। जिससे कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों में रोष देखा गया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में भाजपा की सरकार ने पांच प्रतिशत जो अतिरिक्त भत्ता दिया गया था उसे पूर्व में कांग्रेस सरकार भी मूल पेंशन में शामिल नहीं कर पाई और न ही प्रदेश की मौजूदा सरकार ने इस पर गौर किया है।
उन्होंने कहा कि हम सभी कर्मचारी और पूर्व कर्मचारी प्रदेश सरकार के साथ हैं, लेकिन हमारी मांगों की अनदेखी करना सरकार के कही कहा तक जायज है।
उन्होंने कहा कि गत दिनों उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से पेंशनरों की मांगों को लेकर मुलाकात की थी, तो सीएम ने बजट सत्र के बाद जेसीसी की बैठक करवाने और कल्याण बोर्ड का गठन करने का आश्वासन भी दिया था।